VIDEO:एक मिनट में 11 गालियां, भाजपा के इस सांसद ने संसद में अपशब्दों की लगा दी झड़ी, सांसद दानिश अली और CM केजरीवाल पर नैतिकता की सारी सीमाएं लांघी, जानिये क्या हो सकता है एक्शन

नयी दिल्ली। लोकसभा में गुरुवार 21 सितंबर को चंद्रयान पर चर्चा के दौरान दिल्ली से BJP सांसद रमेश बिधूड़ी ने लाज-हया और संविधान की सारी सीमाएं लांघ दी। महिला बिल की परिचर्चा के दौरान उन्होंने नौतिकता धज्जियां उड़ाते हुए यूपी के अमरोहा से BSP सांसद कुंवर दानिश अली के साथ अभद्र व्यवहार किया। बताया जा रहा है कि बीजेपी सांसद बीएसपी सांसद दानिश अली को आपत्तिनजक शब्द कहते हुए संबोधित किया।

हालांकि, सदन की कार्यवाही से बिधूड़ी के अपशब्दों को हटा दिया गया है. बिधूड़ी के इस दुर्व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस पूरे मामले पर मायावती की पार्टी बीएसपी से लोकसभा सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि अगर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह भारी मन से संसद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।

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दरअसल ‘चंद्रयान-3 की सफलता’ पर एक परिचर्चा के दौरान बिधूड़ी ने अपनी विवादास्पद टिप्पणी बहुजन समाज पार्टी के सांसद कुँवर दानिश अली को निशाना बनाते हुए की थी. इसके बाद सदन में हंगामा छिड़ गया और विपक्षी नेताओं ने दक्षिण दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की। अधिकारियों ने बताया कि स्पीकर ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद बिधूड़ी को ये कहते हुए चेताया है कि भविष्य में अगर ऐसा बर्ताव फिर से किया गया तो उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बिधूड़ी की टिप्पणी के फौरन बाद सदन में मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर खेद जताया। बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ न्याय होगा और स्पीकर साहब कार्रवाई करेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं भरे मन से इस सदन को छोड़ने पर विचार करूंगा।

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” जब मेरे साथ ऐसा हो सकता है, तो आम आदमी का क्या होगा?” रोते हुए दानिश अली ने कहा, “मैं पूरी रात सो नहीं सका, क्योंकि मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरा दिमाग ‘फटने’ वाला है.” उन्होंने आगे कहा, “क्या संसद का यह विशेष सत्र निर्वाचित सांसदों को उनके समुदाय से जोड़कर उन पर हमला करने के लिए बुलाया गया था? इस मामले ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है. हम देखेंगे कि क्या उनकी पार्टी (बीजेपी) उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी या उन्हें बढ़ावा देगी. यह नफरत फैलाने वाला भाषण है.”
दरअसल, जब रमेश बिधूड़ी बोल रहे थे, तब अध्यक्ष की कुर्सी पर कोडिकुन्नील सुरेश बैठे थे. उन्होंने बिधूड़ी से बैठने को कहा, लेकिन वे चुप नहीं हुए. बिधूड़ी के इस दुर्व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बीएसपी सांसद ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को एक लेटर सौंपा है, जिसमें बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.

  • संविधान के आर्टिकल 105 (2) के तहत भारत में संसद में कही गई किसी भी बात के लिए कोई सांसद किसी कोर्ट के प्रति उत्तरदायी नहीं होता. यानी सदन में कही गई किसी भी बात को कोर्ट में चैलेंज नहीं किया जा सकता, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सांसदों को संसद में कुछ भी बोलने की छूट मिली हुई है. एक सांसद जो कुछ सदन में कहता है वो लोकसभा में प्रोसिजर एंड कंडक्ट ऑफ बिजनेस के रूल 380 के तहत स्पीकर के कंट्रोल में होता है. यानी संसद में कोई सांसद असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करता है, तो उस पर स्पीकर को ही एक्शन लेने का अधिकार है.
  • स्पीकर के पास अब तक दानिश अली के अलावा, कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी के नेता शिकायत पहुंचा चुके हैं. फैसला आगे स्पीकर करेंगे और बीजेपी करेगी.
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