2 सब इंस्पेक्टर बर्खास्त : 80 लाख के जेवर हुए थे चोरी…बताया 25 लाख के ही मिले… SP से शाबशी भी मिली, राज खुला तो पता चला “पुलिसवाला ही चोर है”, अब बर्खास्त
रांची। दो सब इंस्पेक्टर को झारखंड सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। आरोप था कि 55 लाख के चोरी के जेवरात बरामद कर दोनों सब इंस्पेक्टर ने तमाम जेवर गायब कर दिये थे। DIG अनीश गुप्ता ने सिमडेगा के SP की अनुशंसा पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की है। इस मामले में पहले ही दोनों सब इंस्पेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। डीआईजी अनीश गुप्ता के निर्देश पर सिमडेगा के बांसजोर ओपी के तत्कालीन प्रभारी आशीष कुमार और सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। चोरी के जेवर को बरामद करने के बाद उसे गायब कर देने के मामले में सिमडेगा एसपी सौरभ कुमार ने दोनों सब इंस्पेक्टर को नौकरी से हटाने की अनुशंसा भेजी थी। इस मामले में अभी संदीप कुमार जेल में ही बंद है, जबकि आशीष को जमानत मिल चुकी है।
पढ़िये क्या है पूरा मामला
पिछले साल अक्टूबर में रायपुर के एक ज्वेलरी दुकान में चोरी हुई थी। छह अक्टूबर को वाहन चेकिंग के दौरान बांसजोर में एक स्कार्पियो से आभूषण के साथ पुलिस ने चार चोर को गिरफ्तार किया था, जब दो चोर भाग निकले थे। इस मामले में एसपी ने प्रेस काँफ्रेस की थी और 25 लाख की ज्वेलरी बरामद होने की बात कही थी। जबकि रायपुर के नवकार ज्वेलर्स से 80 लाख के जेवर चोरी हुए थे। रायपुर पुलिस ने इस मामले में सिमडेगा पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए झारखंड पुलिस के सीनियर अफसरों से शिकायत की थी। जांच में पता चला कि तत्कालीन ओपी प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने 15 किलो चांदी समेत अन्य जेवर छुपा दिये थे। बाद में रायपुर पुलिस इन दोनों को साथ ले गई थी और पूछताछ के बाद झारखण्ड पुलिस पर 55 लाख के जेवर गायब कर देने का शक जताया था। रायपुर पुलिस के अनुसार साइबर सेल की टीम ने बांसजोर में हिरासत में रखे दो आरोपियों मोफिजुल शेख और मोजिबुर शेख को रायपुर लाकर उनसे पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को यही बताया था कि यहां से भागने के बाद वे सभी अगले ही दिन सुबह 11 बजे बांसजोर चौकी की नाकेबंदी में पकड़े गए थे। चोरों का कहना था कि चोरी के गहने बैग में रखे थे। पुलिस ने पूरे गहने का बैग अपने कब्जे में ले लिया। बाद में पुलिस अफसरों ने गायब किये कुथ जेवरात को बरामद विरमित्रापुर समेत अन्य जगहों से की थी। पुलिस ने इस मामले में ओपी प्रभारी आशीष कुमार और सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने दोनों को जेल भेजने का आदेश दिया था। इस मामले में सिमडेगा के एसपी ने ओपी प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को अवार्ड भी दिया था, लेकिन तब क्या मालूम था, कि जिस पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जा रहा है, दरअसल वो ही चोर है।
सिमडेगा पुलिस ने दोनों सब इंस्पेक्टर, चोरी के आरोप में गिरफ्तार चार आरोपियों के खिलाफ CID ने चार्जशीट दायर की थी। पूरे में झारखंड पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी। इस मामले कोलेकर PHQ ने भी नाराजगी जतायी थी। पीएचक्यू के निर्देश पर ही इस मामले में SP ने बर्खास्तगी की अनुशंसा भेजी थी।