इंस्पेक्टर, दारोगा सहित 7 पुलिसकर्मी बर्खास्त, कार से नोटों भरा बोरा मिलने के मामले में बड़ी कार्रवाई

वाराणसी। कार से नोटों से भरा बोरा मिलने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गयी है। हालांकि पूरा मामला 1.40 करोड़ की लूट का है। आरोप है कि लूट के इस मामले में पुलिस ने लीपापोती की थी और रकम में हेराफेरी की थी। इस मामले में 7 पुलिसकर्मियों को पहले ही पुलिस ने सस्पेंड किया था, अब पुलिस ने इस मामले में इंस्पेक्टर और तीन दारोगा सहित 7 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया है।

गुजरात की कृषि संबंधी कारोबार करने वाली कंपनी से एक करोड़ 40 लाख रुपये लूट हुई थी। खबर है कि उसी लूटकांड से जुड़ा तार वाराणसी के भेलूपुर में लावारिस कार में नोटों से भरा बोरा मिलने का भी था। इस मामले में सातों पुलिसकर्मियों भूमिका संदिग्ध मिलने पर पहले ही निलंबित किया गया था। हालांकि डैमेज कंट्रोल करते हुए पुलिस अधिकारियों ने इसे लूट की धनराशि बताकर बरामदगी भी कर ली है। मामले में कुछ अफसरों की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है जिसकी जांच चल रही है।

ये था पूरा मामला
वाराणसी में 31 मई की देर रात भेलूपुर थाना क्षेत्र में लावारिस कार में नोटों से भरा बोरा मिला। लावारिस कार में भरा बोरा देखकर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बोरा खोला तो उसमें रुपए भरे थे। थाने लाकर कैश की गिनती की गई तो 92 लाख 94 हजार 600 रुपए मिले। एसओ ने पुलिस कमिश्नर को मामले की जानकारी दी और नोटों को मालखाने में जमा करा दिए। लोगो ने पुलिस को सूचना दी थी कार की डिगी में बोरा रखा है। उन्हें आशंका थी कि बोरे में शव हो सकता है। बोरे को संदिग्ध मानकर खोला गया तो उसमें 500, 100 और 2000 रुपए के नोट भरे थे।कार से करीब 93 लाख रुपए बरामद होने के बाद पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को भी इसकी जानकारी दी थी। इस मामले में जब जांच शुरू हुई तो मालूम चला कि रकम काफी ज्यादा थी, लेकिन बरामदी सिर्फ 93 लाख रुपये की ही दिखायी गयी, बाकी पैसे दबा दिये गये।

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