LPG Cylinder : घरेलू गैस सिलेंडर को लेकर हुआ बड़ा बदलाव… आमलोगों को मिलने वाली है बड़ी राहत… गैस सिलेंडर का बन रहा ‘आधार कार्ड’

नयी दिल्ली । घरेलू गैस सिलेंडर को लेकर एक बड़ी खबर है। जल्द ही देश भर में क्यू आर कोड वाले एलपीजी सिलेंडर मिलने लगेगी। सरकारी तेल कंपनी इंडियल आयल ने एलपीजी सिलेंडरों के लिए सूनिट कोड बेस्ड ट्रैक और ट्रेस शुरू की है। इसकी जानकारी बुधवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने दी। वर्ल्ड एलपीजी वीक 2022 के अवसर पर हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि सभी 14.2 किलो के घरेलू सिलेंडर पर क्यू आर कोड का एक स्पेशल लेबल लगाया जायेगा।

यूनिट कोड बेस्ड ट्रैक के तहत पहले फेज में क्यू आर कोड के साथ एम्बेडेड 20 हजार एलपीजी सिलेंडर जारी किये जायेंगे। बता दें ये एक बार कोड है, जिसे डिजीटल डिवाइस द्वारा रीड किया जा सकता है। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यही कहा कि गैस सिलेंडरों का आधार बनेगा। दरअसल, सरकार सभी गैस सिलेंडरों को क्यूआर कोड (QR Code) से लैस कर रही है। इससे उस गैस सिलेंडर की ट्रैकिंग आसान हो जाएगी। इसी से गैस चोर पकड़े जाएंगे।

तीन महीने के अंदर सभी गैस सिलेंडरों पर क्यूआर कोड लग जाएगा। जानकारी के मुताबिक पुराने गैस सिलेंडरों पर क्यूआर कोड का मेटल स्टीकर वेल्ड किया जाएगा। नए गैस सिलेंडर पर पहले से ही क्यूआर कोड डला होगा। क्यूआर कोड से गैस सिलेंडर के लैस होने पर इसकी ट्रेकिंग आसान हो जाएगी। बताया जा रहा है कि अभी जिस सिलेंडर में कम गैस की शिकायत मिलती है, उसे साबित करना मुश्किल हो जाता है कि इस डीलर के यहां से निकला है।

यदि पता चल भी गया कि उस डीलर से निकला तो यह नहीं बता सकते कि उस सिलेंडर को किस डिलीवरीमैन ने डिलीवर किया। लेकिन यदि सिलेंडर पर क्यूआर कोड लग जाएगा तो सब कुछ एक झटके में पता चल जाएगा। क्यूआर कोड के और भी फायदे हैं। इससे यह पता चलेगा कि किस सिलेंडर में कितने बार रिफिलिंग की गई है। एक सिलेंडर को वापस रिफिलिंग सेंटर आने में कितने दिन लगता है। यदि कोई घरेलू गैस सिलेंडर का कामर्शियल उपयोग करते हुए पकड़ा जाएगा तो यह पता करना आसान हो जाएगा कि उसकी डिलीवरी किस डीलर से हुई है।

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