कोरोना संक्रमित हो चुके मरीजों के लिए अभी भी है खतरे की घंटी, रिसर्च में हुआ ये बड़ा खुलासा, फेफड़ों में अभी….

नई दिल्ली। अगर आपको कोरोना हुआ था तो फिर यह खबर आप की भी चिंता बढ़ाने वाला है। एक नई रिसर्च सामने आई है, जो कोरोना संक्रमितों के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है। स्टडी में खुलासा हुआ है कि कोबिड से ठीक होने के 2 साल के बाद भी फेफड़े पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं। रेडियोलॉजी नाम से 1 साइंस जनरल प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया है कि दुनिया भर के 60 करोड़ से ज्यादा लोग पूरी से ठीक होने के बावजूद अभी तक कई तरह की बीमारियों का सामना कर रहे हैं ।

खासकर फेफड़ों में लंबे समय तक इंफेक्शन अभी भी देखा जा रहा है। यह स्टडी चीन के वुहान में स्थित मेडिकल कॉलेज ऑफ हुआझोंग यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के दो वैज्ञानिकों ने किया है। इस स्टडी में कोबिड से ठीक हो चुके 144 मरीजों को शामिल किया गया था, इनमें से 79 पुरुष और 65 महिलाएं थी जिनकी औसत उम्र 60 साल थी। ये वो मरीज थे, जो 15 जनवरी से 10 मार्च 2020 के बीच से ठीक हुए थे। इन लोगों का 6 महीने 12 महीने और 2 साल में तीन बार सीटी स्कैन किया गया था।

सीटी स्कैन में यह बात सामने आई है कि 2 साल के बाद फेफड़ों में कई तरह की परेशानियां सामने आ रही है। स्टडी में पता चला है कि 6 महीने बाद भी 54 फीसदी मरीजों के फेफड़ों में परेशानियां थी। वहीं 2 साल बाद भी 39% मरीजों के फेफड़े पूरी तरह ठीक नहीं हुए थे। जबकि 61 फ़ीसदी यानी 88 मरीजों के फेफड़े को ठीक दवाई की बदौलत किया जा चुका था। स्टडी में बताया गया है कि मरीजों में सांस लेने से जुड़ी समस्याएं लंबे समय तक रही, हालांकि छह महीने बाद 30 फ़ीसदी मरीज की में यह समस्या थी, जबकि 2 साल बाद ऐसे मरीजों की संख्या घटकर 22 प्रतिशत हो गई। स्टडी के मुताबिक 2 साल बाद कई मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, सामने आया कि 2 साल बाद 29 मरीजों में प्लॉम्नरी डिफूजन की शिकायत थी।

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