IAS पूजा सिंघल के बारे में जानिये….पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर कर बनाया रिकार्ड, IAS पति को छोड़…

रांची। करोड़ों के घोटाले में IAS पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद अब कई चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जानकारों का मानना है कि पूजा सिंघल ने अपने परिवार के कई लोगों के नाम पर करोड़ों के इन्वेस्टमेंट कराये हैं। आईएएस की काली कमाई सिर्फ राजधानी रांची तक ही सिमटे नहीं है, बल्कि बिहार, दिल्ली में भी कई प्रापर्टी है। खबर तो ये है कि आईएएस के नाम पर विदेशों में भी इन्वेस्टमेंट हैं। हालांकि इन सभी आरोपों पर ईडी की जांच में धीरे-धीरे पर्दा उठेगा। फिलहाल आईएएस 5 दिन की रिमांड पर हैं।

पूजा सिंघल के बारे में ब्यूरोक्रेसी में चर्चा है कि जहां भी पोस्टेड रही है, उन्होंने अपने पावर और पोजिशन का जबरदस्त इस्तेमाल किया। ताकतवर ब्यूरोक्रेट में उनकी गिनती होती है, अपने मनमानेपन से भी कभी बाज नहीं आती। पूजा के नाम भले ही विवाद अभी चल रहा हो, लेकिन वो काफी ब्रिलिएंट अफसरों में भी गिनी जाती है। ईडी की जांच में अभी तो करीब 19 करोड़ की ही जानकारी आयी है, लेकिन दावा है कि 150 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति आईएएस पूजा सिंघल के पास है।

सिर्फ 21 साल और 7 दिन की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में आईएएस बनने वाली पूजा सिंघल के नाम लिम्का बुक आफ रिकार्ड्स में भी दर्ज है। 2000 बैच की आईएएस अफसर के नाम पर सर्विस के दौरान कई विवादों से भी सामना होता रहा। पिछले दिनों हुई 48 घंटे की छापेमारी में पूजा सिंघल के सीए के पास से 19 करोड़ रूपये जब्त हुए थे।

IAS पति से तलाक लेकर कारोबारी से की दूसरी शादी

पूजा सिंघल ने पहले IAS राहुल पुरवार से शादी की थी, लेकिन बाद में उसने आईएएस पति से तलाक ले लिया, बाद में पूजा ने रांची के कारोबारी अभिषेक झा से शादी कर ली। पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा के कई कारोबार हैं, जिसका रांची के कांके रोड के चांदनी चौक स्थित पंचवटी रेजिडेंसी में फ्लैट है। वहीं बरियातू के पल्स हास्पीटल के भी अभिषेक झा मालिक हैं। देहरादून में जन्मी सिंघल ने गढ़वाल विश्वविद्यालय देहरादून से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर अपने पहले प्रयास में आईएएस की परीक्षा पास की। वह अपने स्कूल के दिनों से लेकर विश्वविद्यालय की परीक्षा तक टॉपर की सूची में शामिल रही और उनका अकादमिक ट्रैक रेकॉर्ड काफी बेहतर रहा। आईएएस बनने के बाद हजारीबाग के रूप में एसडीओ में कार्य करने के दौरान उन्होंने विभिन्न गोदामों पर की और शिक्षा परियोजना की ओर से बच्चों को दी जाने वाली किताबों की अवैध बिक्री का भंडाफोड़ किया। पूजा सिंघल से ही शारीरिक रूप से अक्षम लोगों का डेटा एकत्र करने के लिए झारखंड में पहली बार विकलांग सर्वेक्षण भी किया। रिम्स निदेशक के रूप में भी लोग उनके योगदान को याद करते हैं। उन्होंने राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने में बड़ी भूमिका निभायी।

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