धरना दे रहे पारा शिक्षकों को JMM कार्यालय से बारिश में किया बाहर, संघ ने दुर्व्यवहार का लगाया आरोप, कहा

राँची। झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित संघ राज्य इकाई द्वारा घोषणापत्र का अनुपालन ना होने के स्थिति में “वादा पुरा करो सरकार, सहायक अध्यापक आपके द्वार” सांगठनिक कार्यक्रम के तहत कल कांग्रेस कार्यालय मे अनशन के बाद झारखण्ड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय कार्यालय राँची के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया ।

आज झारखण्ड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन के दौरान बरसात के समय कार्यालय के अंदर पानी से बचने बैठे सहायक अध्यापकों को कार्यालय से बाहर करने एवं दुर्व्यवहार करने पर झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संंघ ने कड़ी निंदा की है, संघ ने स्पष्ट रूप से कहा माटी की पार्टी के महासचिव द्वारा सहायक अध्यापक के दुर्व्यवहार करने एवं बरसात के समय कार्यालय से बाहर कर अपने कुत्सित मानसिकता का परिचय दिया है, JMM महासचिव पारा शिक्षकों से माफी मांगे, अन्यथा पुरे राज्य मे महासचिव बिनोद पांडेय का पुतला दहन किया जाएगा ,महासचिव के दुर्व्यवहार से आहत संघ ने अपना मांग पत्र नही दिया , सहायक अध्यापक के रौद्र रुप के कारण वे पिछले दरवाजे से निकल गए।

झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ का प्रतिनिधिमंडल राज्य के वित्त मंत्री श्री रामेश्वर उरांव से मिला ,वित्त मंत्री ने सहायक अध्यापको के ईपीएफ हेतु वित्त बजट व्यव्स्था करेगे।

संघ ने माननीय मुख्यमंत्री हमे भर भरोसा, बिहार की तरह वेतनमान एवं राज्यकर्मी का दर्ज मिलेगा ।

        झारखण्ड मुक्ति मोर्चा  एवं कांग्रेस के महागठबंधन ने गत विधानसभा चुनाव के पूर्व वादा किया था कि सरकार बनने के तीन माह के अन्दर सभी पारा शिक्षकों को वेतनमान दिया जाएगा। 

सरकार बनने से पूर्व माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने भी “संविदा-संवाद” नामक हमारे कार्यक्रम में वादा किया था कि सरकार बनने के साथ ही “समान काम के समान वेतन” के तहत पारा शिक्षकों को वेतनमान का तोहफा दिया जाएगा, मगर सरकार बनने के चार वर्ष गुजर जाने के बाद भी वेतनमान सहित अन्य मुद्दों पर सकारात्मक पहल नहीं किए जाने से राज्य भर के सहायक अध्यापकों में आक्रोश है। ।

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झारखंंड राज्य सहायक प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ आज 3 अक्टूबर को झारखंड मुक्ति कार्य मोर्चा कार्यालय में धरना प्रदर्शन के माध्यम से निम्न मांगों को रखा गया

1- आकलन परीक्षा –

क) आकलन परीक्षा के प्रश्न पत्र के त्रुटिपूर्ण उत्तर का अंक सभी परीक्षार्थियों को दिया जाए।

ख)- राज्य के लापरवाह पदाधिकारियों के कारण 5000 सहायक अध्यापक आकलन परीक्षा से वंचित हो गए, वंचित एवं असफल सहायक अध्यापकों के लिए आकलन परीक्षा यथाशीघ्र आयोजित किया जाए।

ग)- आकलन परीक्षा के प्रश्न जेटेट और सीटेट से भी कठिन स्तर के थे। अत: आकलन परीक्षा में उत्तीर्ण सहायक अध्यापकों के मानदेय को बिना विलम्ब किये वर्त्तमान में टेट सफल सहायक अध्यापकों के मानदेय के समानान्तर किया जाय।

2- हेमन्त सरकार द्वारा चुनाव पूर्व एवं संविदा संवाद कार्यक्रम में घोषित वेतनमान के वादे को पूरा किया जाए।

3- बिहार के तर्ज पर झारखण्ड के सहायक अध्यापकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाए।

4-माननीय दिवंगत शिक्षामंत्री के घोषणा अनुरूप सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 लागू होने के उपरांत मृत एवं सेवानिवृत्त सहायक अध्यापकों के परिवार को प्रावधान को लचीला कर अनुकम्पा का लाभ एवं कल्याण कोष मे जमा 10 करोड़ से 5 लाख का सहयोग दिया जाए।

5)सहायक अध्यापकों के साथ न्याय करते हुए आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका की तरह सेवानिवृत्त 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष किया जाए।

6) दिवंगत शिक्षामंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो जी की घोषणा के अनुरूप EPF मार्च 2022 से तत्काल लागू किया जाए।

(7) सेवा पुस्तिका का संधारण किया जाए।

(8) नगर निगम एवं शहरी क्षेत्र में रहने वाले सहायक अध्यापकों के लिये उनके मानदेय में 4% वार्षिक वृद्धि हेतु स्पष्ट आदेश दिया जाए।

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9- किसी मामले मे जेल गए सहायक अध्यापकों के बरी हो जाने के बावजूद उन्हें विद्यालय में योगदान करने से रोका जा रहा है। ये सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली का उल्लंघन है। कृपया योगदान कराने के निमित्त स्पष्ट निर्देश निर्गत किया जाए।

10) मेडिकल, अवैतनिक एवं अन्य अवकाश हेतु स्पष्ट निर्देश जारी किया और चिकित्सा अवकाश पर गए सहायक अध्यापकों के रोके गए मानदेय भुगतान अविलंब किया जाए ।

कार्यक्रम मे मुख्य रूप से , प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दीक शेेख, महासचिव विकास कुमार चौधरी ,प्रधान सचिव सुमन कुमार, नीरज कुमार, मुकेश कुमार, अभय कुमार सिंह, मिथिलेश पांडे, कुमुद कुमार सिंह, उपेंद्र यादव,अशोक चक्रवर्ती, कृष्णा लोहार, बिंदेश्वर यादव, छोटन राम, रमेश सिंह, निलामबर रजवार, एजाजुल हक, साकेत शेखर, युधिर मंडल, नसीमुद्दीन, नसीम अहमद, अभिराम मुर्मू, प्रीति सिंह, पप्पु सिंह, विजय लेंका, अजीत सिंह, रोहीत सिंह, राजेश कुमार, माणिक मण्डल, सुरेंद्र भंडारी, दिलशाद अहमद, पिंकी राय, मुकेश यादव, शमसुल हक, निलामबर रजवार, रमेश सिंह ,छोटन प्रसाद राम, नगेंद्र कुमार, रुद्र प्रताप महतो, मोतीउर रहमान, फिरोज अहमद, मकसुद शेख ,फाल्गुनी यादव, भीम यादव, सुमन राय, रोहीत सिंह, सुमन लता पांडेय, महफूज आलम मुख्य रूप से सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

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