मुख्यमंत्री को है जान का खतरा, दौरे के लेकर जारी प्रोटोकॉल में सुरक्षा संबंधी जारी किये गये विशेष निर्देश, विशेष शाखा की पत्र में लिखा…

सीतामढ़ी। क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जान को खतरा है? ये सवाल इसलिए उठा है क्योंकि पिछले दिनों सीतामढ़ी दौरे पर जब मुख्यमंत्री आये थे, तो उनके प्रोटोकॉल में सुरक्षा को लेकर ये हिदायत दी गयी थी। मिनट टू मिनट प्रोग्राम में ये उल्लेख किया गया था कि मुख्यमंत्री माओवादियों के निशाने पर हैं। लिहाजा सुरक्षा के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जाये। सुरक्षा एजेंसियों की माने तो सीएम को भाकपा माओवादी के साथ ही उग्रवादी संगठनों और अन्य आपराधिक गिरोह का गंभीर खतरा बना हुआ है।

13 दिसंबर को सीएम कुमार सीतामढ़ी में मां जानकी की जन्म स्थली पुनौरा में करोड़ों रुपये की योजनाओं का शिलान्यास करने आए थे। उनके कार्यक्रम की तैयारी को लेकर जो प्रोटोकॉल जारी हुआ था। उसमें खतरे वाली बातों का जिक्र था। पत्र में दंडाधिकारी/पुलिस पदाधिकारी समेत अन्य को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। इसी निर्देश वाले पत्र में सीएम को खतरे वाली उक्त बातों का जिक्र किया गया है।

आपको बता दें कि वर्ष 2018 में ही डीएम-एसपी को पत्र भेजकर सीएम की सुरक्षा को लेकर आगाह कर दिया था। बताया गया था कि नक्सल प्रभावित जिलों में बारूदी सुरंग विस्फोट और रिमोट संचालित आईईडी का उपयोग नक्सलियों द्वारा किया जा चुका है। इस लिहाज से मुख्यमंत्री की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। शिवहर और सीतामढ़ी में भी सीएम के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन के स्तर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।

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