हड़ताल से हाहाकार: सहियाओं के आंदोलन से सकते में सरकार, सभी सिविल सर्जनों को जारी हुआ निर्देश… क्या डर जाएगी सहिया? पढ़िए सरकार का पत्र

रांची 22 जनवरी 2023। अनुबंधित स्वास्थ्यकर्मियों के बाद अब सहियाओ ने भी आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। कल से सहिया भी प्रदेश स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रही है। जाहिर है, पहले से ही चरमराई प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था इस हड़ताल के बाद बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इधर राज्य सरकार हड़ताल पर जा रही सहियाओ के खिलाफ एक्शन के मूड में नजर आ रही है।

राज्य सरकार ने सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि वह सहियाओ के प्रदर्शन पर सख्ती बरतें। इस बाबत 5 बिंदुओं पर निर्देश भी सभी सिविल सर्जन को जारी किया गया है। जारी निर्देश में बताया गया है कि सहियाओ का संगठन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मान्यता प्राप्त नहीं है, लिहाजा अगर किसी सहिया पर कार्यवाही की जाती है, तो इसके लिए वो स्वयं जिम्मेदार होंगी।

इसके अलावा सहियाओ की अनुपस्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था सहित उपस्थिति सुनिश्चित करने संबंधी कई निर्देश जारी किए गए हैं। जाहिर है सहियाओ के आंदोलन पर सरकार की पैनी नजर है। सरकार को भी इस बात का एहसास है कि अगर सहिया आंदोलन में आती है तो स्वास्थयकर्मियों के आंदोलन से ठप पड़ी, स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगी। लिहाजा अब सरकार सहियाओ के आंदोलन पर दबाव बनाने की रणनीति तैयार कर रही है।

हालांकि सहियाओ ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह सरकार के दबाव में नहीं आने वाली नही है। लिहाजा तैयार की गई रणनीति के तहत आंदोलन पर अभी भी वो आक्रामक है। आपको बता दें कि सहिया अपने नियमितीकरण और मानदेय में बढ़ोतरी को लेकर आंदोलन कर रही है। लंबे समय से संघर्ष के बावजूद सरकार की तरफ से इस संदर्भ में कोई पहल ना होते देख, सभी सहियाओ ने अब स्वास्थ्यकर्मियों की तर्ज पर अनिश्चितकालीन आंदोलन का ऐलान कर दिया है। रणनीति के तहत 23 जनवरी से प्रदेश भर की सहिया अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी।

झारखंड: ...आज भी कई ट्रेनें रहेगी रद्द, रेल हादसे के बाद कई ट्रेनों के रूट भी हुए डायवर्ट, यात्रा शुरू करने से पहले ये खबर जरूर पढ़ लें

ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहां पहले से ही स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। सहियाओ के हड़ताल पर चले जाने के बाद उन अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बंद हो जाएगी। एक साथ स्वास्थ्य विभाग से जुड़े दो संगठनों की हड़ताल सरकार के लिए बड़ी चुनौती का सबब बन सकती है। ऐसे में अब सरकार ने सहियाओ के आंदोलन को सख्ती से निपटने की तैयारी कर ली है।

Related Articles

close