सुधा मूर्ति अब बनेगी सांसद: जमशेदपुर में इंजीनियर, Infosys फाउंडेशन की अध्यक्ष, दामाद हैं प्रधानमंत्री, जानिये कौन है पहली महिला इंजीनियर, जो जा रही राज्यसभा

सुधा मूर्ति किसी भी पहचान की मोहताज नहीं है। राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के लिए उन्हें मनोनीत किया गया है। अब वो संसद के ऊपरी सदन की सदस्य बनेंगी। सुधा मूर्ति का जीवन काफी प्रेरणादायक है। सुधा मूर्ति टाटा टेल्कों में काम कर चुकी है। उनका जमशेदपुर से गहरा जुड़ाव रहा है। पुणे में विकास अभियंता के रूप में काम करने के बाद उन्होंने मुंबई और जमशेदपुर में भी काम किया। पति ने जब इंफोसिस फाउंडेशन की स्थापना की तो सुधा मूर्ति ने उन्हें 10000 रुपये उधार दिए और अपनी नौकरी छोड़कर कंपनी शुरू करने में पति नारायण मूर्ति की मदद की। सुधा मूर्ति का जन्म 19 अगस्त 1950 को कर्नाटक के हावेरी में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता आरएच कुलकर्णी सर्जन थे। उनकी मां विमला कुलकर्णी स्कूल टीचर थीं। माता-पिता और नाना-नानी ने उनकी परवरिश की।

सुधा मूर्ति ने साल 1978 में नारायण मूर्ति से शादी की थी। इनके दो बच्चे- अक्षता मूर्ति और रोहन मूर्ति हैं। अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। रोहन मूर्ति अमेरिका बेस्ड सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फर्म सोरोको (Soroco) के फाउंडर हैं।सुधा मूर्ति ने B.V.B कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई किया था. उन्होंने भारतीय विज्ञान संस्थान से कम्प्यूटर साइंस में एमटेक किया हुआ है. सुधा मूर्ति हमेशा से पढ़ाई में अव्वल रही हैं, उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री देवराज उर्स से स्वर्ण पदक भी मिला हुआ है।

सुधा इंजीनियरिंग कॉलेज में 150 स्टूडेंट्स के बीच दाखिला पाने वाली पहली महिला थीं. यही नहीं, भारत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता कंपनी टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर भी सुधा मूर्ति ही थीं। सुधा मूर्ति का नाम एनसीईआरटी के पैनल में शामिल किया गया था। केंद्र सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर स्कूली सिलेबस में संशोधन करने और नया सिलेबस बनाने के लिए गठित की गई NCERT समिति में सुधा का नाम शामिल किया गया है। सुधा मूर्ति ने कई पुस्तकें लिखी हुई हैं, जैसे बुद्धिमान और अन्यथा, मैंने अपनी दादी को कैसे पढ़ना सिखाया और अन्य कहानियां, बकुला धीरे-धीरे गिरता है आदि किताबें लोगों के बीच काफी मशहूर हैं।

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सुधा मूर्ति फेमस सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका हैं। वह भारत की सबसे बड़ी ऑटो निर्माता इंजीनियरिंग और लोकोमोटिव कंपनी टेल्को में काम करने वाली पहली महिला इंजीनियर भी हैं। बता दें कि सुधामूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन के संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी हैं। सुधा मूर्ति के दो बच्चे हैं, बेटी अक्षता मूर्ति और बेटा रोहन मूर्ति। अक्षता नारायण मूर्ति ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋृषि सुनक की पत्नी हैं। वह भारतीय फैशन डिजाइनर भी हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सुधा मूर्ति के दामाद हैं। रोहन मूर्ति, मूर्ति क्लासिकल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया के साथ ही एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन स्टार्ट अप सोरोको के संस्थापक हैं।

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