झारखंड: घूसखोरों को लकवाग्रस्त कर्मचारी पर भी नहीं आया तरस, मेडिकल रिलीफ के नाम पर मांगे 30 हजार, कहा, पैसा दो, नहीं तो दौड़ते रह जाओगे

धनबाद। लकवाग्रस्त कर्मचारी के मेडिकल रिलीफ के नाम पर 30 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। आरोप है कि बीसीसीएल कर्मचारी बीमार कर्मचारी के बेटे से घूस मांग रहा है। इस मामले को लेकर जब पीड़ित पक्ष ने विजिलेंस से शिकायत की, तो कर्मचारी ने धमकी देना शुरू कर दिया। मामला धनबाद के धनसार थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक महेंद्र भुईया पिछले करीब एक साल से बीमार हैं।

बीसीसीएल कर्मी को लकवा की बीमारी से ग्रसित है। जिसके कारण ड्यूटी जाने में असमर्थ हैं । जिसकी वजह से बीमार कर्मचारी का वेतन रोक दिया गया है। भुक्तभोगी के बेटे ने प्रबंधन को कई बार लिखित आवेदन भी दिया है। परंतु कोई कार्रवाई नही की जा रही है। भुक्तभोगी डेढ़ साल से कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। परंतु प्रबंधन के कर्मचारी काजल बोरला आपदा में अवसर की तलाश में है।

इधर, बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी ने पीड़ित परिवार को कहा कि ‘तुम दौड़ते रह जाओगे और तुम्हारा बाप मर जाएगा’। अगर तुम 30 हजार नही दोगे तो तुम्हारा काम नही होगा। कर्मचारी ने कहा कि 30 हजार रुपए में कर्मचारी और पदाधिकारी को रुपए देने पड़ते है। चुकी भुक्तभोगी NCW-A के एरियर का पैसा बीमार पड़ने पर लिव का पैसा एवं मेडिकल बिल बकाया है।

इसी सब का भुगतान हेतु 30 हजार रुपए की मांग कर रहे है। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने मीडिया से न्याय की गुहार लगाई है।आरोप के मुताबिक बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी काजल बोरला ने मेडिकल रिलीफ बनाने के लिए 30 हजार रिश्वत की मांग की है। जिसके बाद भुक्तभोगी के बेटे हरेधाम भुईया ने मामले की शिकायत विजिलेंस को कर दिया है।

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