ऐसा क्या हुआ जब हेमंत सोरेन पार्टी के पत्र को बता रहे हैं झूठ, कहा -ये तो हद हो गई..
What happened when Hemant Soren is telling lies to the party's letter, said - this has crossed the limit..
गिरिडीह। झारखण्ड में किसकी सरकार बनेगी ये फैसला 20 नवंबर की चुनाव होने के साथ ही पता चल पाएगा। विधानसभा चुनाव के महज कुछ घंटे पहले भी राजनितिक तपिश बढ़ी हुई है. अब सोशल मीडिया पर वार जारी है. ताजा हालात सोशल मीडिया पर वायरल एक लेटर है जिसमें JMM के उम्मीदवार को निलंबित बताया जा रहा है।
वायरल पत्र में धनवार से झामुमो उम्मीदवार निजामुद्दीन अंसारी को पार्टी से निलंबित करने का जिक्र किया गया है. इस पत्र के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट को साझा कर इसे फर्जी बताया.
हेमंत सोरेन ने पत्र की बताया फर्जी
यह पत्र ऐसे समय में सामने आया जब चुनाव को महज 24 घंटे भी नहीं बचे है. पत्र वायरल होने के बाद धनवार में चर्चा शुरू हो गई, आखिर ऐसा क्या हो गया. लेकिन जब यह पत्र झामुमो के पास पहुंचा तो इसकी जांच की गई तो फर्जी निकला है. इसके बाद हेमंत सोरेन ने भाजपा को निशाने पर लिया है. हेमंत ने लिखा “अपनी निश्चित हार देख भाजपा और उनके नेतागण अब गिरने की सारी हदें पार कर चुके हैं.
क्या है मामला
धनवार विधानसभा से JMM प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी से एक पत्रकार ने सवाल पूछा था, जिसपर निजामुद्दीन भड़क गए और उस पत्रकार से मारपीट की।जिसका वीडियो सोशल मुड़िया पर खूब वायरल हुआ था। जिसकी खूब तीखी आलोचना हुई।उसी कांड को टारगेट करते ये पत्र है।
क्या है पत्र में
सोशल मीडिया पर झामुमो का वायरल लेटर में लिखा हुआ है कि धनवार से झामुमो उम्मीदवार निजामुद्दीन अंसारी को झामुमो से निलंबित किया जाता है. साथ ही इंडी गठबंधन इस प्रत्याशी से अपना समर्थन वापस लेती है.
आगे लिखा है कि इंडी लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़ रही है और निजामुद्दीन ने एक पत्रकार के साथ मारपीट किया है, साथ ही बाबूलाल मरांडी को फायदा पहुंचाने का काम किया है. जिसके बाद पार्टी ने उन्हें बहार का रास्ता दिखाया है.