मुझे DGP, DIG और SP पर केस करना है, तीन दिन की छुट्टी प्रदान करें, ASI के आवेदन से मचा हड़कंप, जानिये क्यों करना चाहता है केस
I have to file a case against DGP, DIG and SP, provide me three days leave, ASI's application creates panic, know why I want to file a case.
Jharkhand News: कोई बीमारी के लिए छुट्टी लेता है…कोई शादी के लिए, तो कोई घूमने व कार्यक्रम के लिए लेकिन देश में छुट्टी के ऐसा अजूबा आवेदन सामने आया है, जिसमें एक ASI ने अपने ही DGP, DIG, SP के खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज कराने के लिए छुट्टी मांगी है। आवेदन के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। मामला झारखंड के सरायकेला-खरसावां का है, जहां एक ASI (सहायक पुलिस उपनिरीक्षक) ने डीजीपी, एसपी और डीआईजी के खिलाफ कोर्ट केस करने के लिए तीन दिन की छुट्टी मांगी है।
मिली जानकारी के मुताबिक ASI का नाम शुभंकर कुमार है, जो वह आरआईटी थाना में पदस्थ है। शुभंकर ने वरिष्ठ अधिकारियों पर शोषण और मनमाने रवैये का आरोप लगाया है। ASI का आरोप है कि उसने जरूरी काम को लेकर छुट्टी मांगी थी, जिसे अप्रूव नहीं किया गया, इसलिए उसने अब अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट केस करने का फैसला लिया है।
अपने आवेदन में ASI शुभंकर कुमार ने लिखा है कि साल 2024 में उन्हें आकस्मिक अवकाश (CL) और क्षतिपूर्ति अवकाश (CPL) का एक भी दिन इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी गई, इसके चलते उनकी छुट्टियां व्यर्थ चली गईं> उन्होंने कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। अधिकारियों के इस रवैये के कारण वह मानसिक तनाव (डिप्रेशन) में चले गए है।
इधर, एएसआई के इस कदम पर एसडीपीओ समीर कुमार सवैया ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये तो जांच का विषय है, हमें इस मामले की जानकारी कल ही मिली है। यह गंभीर विषय है और हम इसकी जांच करेंगे. अभी तक ऐसा कोई मामला मेरे ध्यान में नहीं आया था।
एएसआई शुभंकर कुमार ने बताया कि उन्होंने 3 जनवरी 2025 से तीन दिन का अवकाश मांगा ताकि वह रांची उच्च न्यायालय में न्याय की गुहार लगा सके। उन्होंने अपने आवेदन में अधिकारियों से क्षतिपूर्ति की मांग की लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही उन्हें छुट्टी दी गयी। शुभंकर कुमार ने बताया कि अवकाश का यह मामला लंबे समय से चल रहा है। मैंने परिवार के विशेष अवसरों जैसे बेटे के जन्मदिन, काली पूजा और भतीजी की शादी के लिए अवकाश मांगा लेकिन हमेशा अस्वीकार कर दिया गया।
बीते वर्ष 2024 की मेरी सारी छुट्टियां बेकार हो गईं फिर भी मुझे इसका मुआवजा नहीं मिला। यह केवल मेरा मुद्दा नहीं है बल्कि पूरे विभाग के कई कर्मियों को इसी तरह शोषण का सामना करना पड़ रहा है। एएसआई ने आगे कहा कि पिछले वर्ष की मेरी छुट्टियां जिनका उपयोग नहीं कर पाया, इनकी भरपाई अधिकारियों के वेतन से करना चाहिए। मैं कोर्ट जाकर राज्य सरकार से मुआवजे या भरपाई की मांग नहीं करुंगा। मैं सिर्फ इंसाफ की मांग करूंगा कि मेरी छुट्टियों की भरपाई कैसे हो।