Delhi Exit Poll: दिल्ली में 27 साल बाद बन रही बीजेपी सरकार! CM कौन बनेगा? रेस में ये 5 नाम
Delhi Exit Poll: दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल भारतीय जनता पार्टी (BJP) को विजेता घोषित कर रहे हैं. लगभग सभी एग्जिट पोल में बीजेपी को करीब 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की संभावना जताई गई है.
सभी चुनाव सर्वे भाजपा की जीत और आम आदमी पार्टी (AAP) की हार का अनुमान लगा रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के लिए खाता खोलना भी मुश्किल हो सकता है. अगर Exit Poll के अनुमान सटीक साबित हुए और 8 फरवरी को नतीजों में तब्दील हुए तो बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाएगी? पार्टी के भीतर कई नामों पर चर्चा हो रही है, फैसला चुनाव नतीजों के बाद होगा. फिलहाल रेस में जो पांच नाम सबसे आगे चल रहे हैं, उनके बारे में आपको बताते हैं, लेकिन उससे पहले जानिए कि किस एग्जिट पोल में क्या अनुमान लगाए गए हैं.
Delhi Exit Poll:दिल्ली के एग्जिट पोल क्या बता रहे?
‘पीपुल्स प्लस’ के एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान जताया गया है. इसके अनुसार, भाजपा को 51-60 सीट मिल सकती हैं तो आप को सिर्फ 10-19 सीट से ही संतोष करना पड़ सकता है. इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि कांग्रेस का लगातार तीसरे विधानसभा चुनाव में खाता खुलने की संभावना नहीं है.
‘मैट्रिज’ के सर्वे के अनुसार, भाजपा 39 से 35 सीट जीतकर सरकार बना सकती है. इस एजेंसी ने आप को 32 से 37 तथा कांग्रेस को शून्य से दो सीट मिलने का अनुमान जताया है.
Delhi Exit Poll:दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल के आंकड़े
‘पी-मार्क’ के एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि भाजपा 39-49 सीट जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है. इस सर्वेक्षण में आप को 21 से 31 और कांग्रेस को 0-1 सीट मिलने की संभावना जताई गई है.
‘पीपुल्स इनसाइट’ के सर्वे में कहा गया है कि भाजपा को 40-44 सीट मिल सकती हैं. उसका अनुमान है कि आप को 25-29 तथा कांग्रेस को 0-2 सीट मिल सकती हैं.
‘पोल डायरी’ के सर्वे का अनुमान है कि भाजपा को 42-50 सीट मिल सकती हैं तथा आप 18-25 सीट के साथ सत्ता से बाहर हो सकती है.सर्वेक्षण में कांग्रेस को 0-2 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है.
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट के लिए बुधवार को मतदान पूरा हुआ. मतगणना आठ फरवरी को होगी.
Delhi Exit Poll: बीजेपी जीती तो सीएम कौन बनेगा?
प्रवेश वर्मा: बीजेपी के जीतने की सूरत में सबसे तगड़ा नाम प्रवेश वर्मा का है. हो भी क्यों न, नई दिल्ली सीट पर उनका मुकाबला सीधे AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से है. यह सीट हालिया चुनावों की सबसे चर्चित सीट रही है. वर्मा ने ‘केजरीवाल हटाओ, देश बचाओ’ अभियान चलाया और बेहद आक्रामक ढंग से प्रचार किया. उन्होंने प्रदूषण, महिला सुरक्षा और यमुना की गंदगी जैसे मसलों पर AAP सरकार को जमकर घेरा.
कपिल मिश्रा: कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि रखने वाले कपिल दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं. वह 2019 में बीजेपी से जुड़ने से पहले करावल नगर सीट से ही AAP के विधायक थे. कपिल मिश्रा, राजधानी में पार्टी के सबसे प्रमुख पूर्वांचली चेहरों में से एक हैं. हालांकि, उन पर फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान नफरत भरे भाषण देने का आरोप लगाया गया था.
रविंदर सिंह नेगी: पटपड़गंज सीट से बीजेपी के उम्मीदवार, रविंदर सिंह नेगी पिछले दिनों अचानक सुर्खियों में आ गए थे. घोंडा में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली थी. मंच में बीजेपी प्रत्याशियों को बुलाया गया था. नेगी भी उनमें से एक थे. उन्होंने मोदी के पैर छुए तो पीएम ने पलटकर एक-दो नहीं, तीन बार नेगी के चरण स्पर्श किए. नेगी 2020 चुनाव में मनीष सिसोदिया से हार गए थे, लेकिन सिर्फ 3807 वोट से.
सतीश उपाध्याय: दिल्ली बीजेपी के चीफ रहे सतीश उपाध्याय मालवीय नगर सीट से उम्मीदवार हैं. 62 साल के मालवीय पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से आने वाले मालवीय ने संगठन में लंबे समय तक काम किया है. यह बैकग्राउंड उन्हें एक मजबूत सीएम चेहरा बनाता है.
रमेश बिधूड़ी: दिल्ली की सीएम आतिशी को कालकाजी सीट से चुनौती देने वाले नेता हैं बिधूड़ी. जैसे ही उनकी उम्मीदवारी का ऐलान हुआ, बिधूड़ी ने आतिशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पहले आतिशी के पिता को लेकर टिप्पणी की. दोनों के बीच विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान लगातार तीखी नोक-झोंक चली है. बिधूड़ी अपने फायरब्रांड अंदाज के लिए जाने जाते हैं.
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