KIIT University: B TECH नेपाली छात्रा की मौत पर से कब उठेगा पर्दा,

Bhubneshwar: राज्य के निजी विश्वविद्यालय में नेपाली छात्रा की मौत ने देश विदेश में  किरकिरी कराई है। अपने आप को  बड़े संस्थान मानने वाले KIIT University में हुई छात्रा की मौत से हत्या या आत्महत्या का भी सवाल गहराता जा रहा है।



नेपाल के निजी विश्वविद्यालय में छात्रा की मौत के मामले में कॉलेज के संस्थापक अच्युत सामंत उच्च स्तरीय समिति के समक्ष पेश हुए. इस संबंध में उन्हें पहले भी तलब किया गया था. KIIT विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ अच्युत सामंत के उच्च स्तरीय समिति के समक्ष पेश होने के अलावा मामले में 8 अधिकारियों से भी पूछताछ की गई है.

क्या कहते है हॉस्टल इंचार्ज

इस बीच निलंबित हॉस्टल पूर्व इनचार्ज की प्रतिक्रिया भी सामने आई. उन्होंने कहा कि सच्चाई जल्द ही सामने आएगी… इंतजार करें. हॉस्टल की पूर्व इंचार्ज जयंती नाथ ने कहा, “मीडिया में आधा सच दिखाया जा रहा है. मैं उच्च स्तरीय समिति के सामने उस दिन जो हुआ, उसे बताऊंगी. सच बताऊंगी. सच जल्द ही सामने आएगा, इंतजार कीजिए.

आज शाम 4 बजे उच्च स्तरीय समिति के सामने पेश होने के लिए कहे जाने पर जयंती ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में कभी हम मां की तरह पेश आते हैं, कभी डांटते हैं, लेकिन इसे अलग तरीके से व्यक्त किया गया.जबकि हॉस्टल में छात्राओं की प्रताड़ित करने का वीडियो भी वायरल हो रहा है।जिसमें कुछ महिला छात्राओं को बोरिया बिस्तर बांधने की भी कह रही है।

विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को साप्ताहिक मीडिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ओडिशा के एक संस्थान में नेपाली छात्र की मौत से वह बहुत दुखी है और उसने कहा कि भारत सरकार देश में सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण को उच्च प्राथमिकता देती है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बात पर जोर दिया कि मामला सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय ओडिशा सरकार और कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) के अधिकारियों के संपर्क में है. उन्होंने कहा, “हमने नेपाली अधिकारियों के साथ भी करीबी संपर्क बनाए रखा है.ओडिशा पुलिस ने मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं.

निजी विश्वविद्यालय में छात्र की मौत का मुद्दा भी सदन में बार-बार उठ रहा है. आज कांग्रेस विधायक दल ने निजी विश्वविद्यालय में छात्र की मौत के मुद्दे पर विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया.

विपक्ष ने कहा, “निजी कॉलेज में नेपाली छात्र की मौत की घटना की जांच में सरकार की कोई ईमानदारी नहीं है.” विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ने घटना की निंदा की है. इस बीच, कानून मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री ने भी न्याय दिलाने का वादा किया है.

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