आजीविका कैडर संघ ने शोषण के खिलाफ दी आंदोलन की धमकी.... विभागीय मंत्री सत्यानंद भोक्ता से अविलंब संज्ञान लेने की अपील
Ranchi JSLPS द्वारा पीआरपी/ बीएपी के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। दुमका जिला जामा प्रखण्ड के BPM और DPM के द्वारा पीआरपी के साथ दुर्व्यवहार कर उनको कार्य मुक्त करने की धमकी देने का आरोप झारखंड राज्य आजीविका कैडर संघ ने लगाया है।
कैडर संघ के अध्यक्ष मुन्ना कापरी ने कहा की पीआरपी SHG VO CLF गठन छमता वर्धन आजीविका जैसा कार्य कर और जन जन तक सरकार के लाभों को पहचाने का कार्य पूरे ईमानदारी से कर रहे हैं। जिसके फल स्वरूप आज देश की अर्थव्यवस्था में झारखंड अहम भूमिका निभा रही हैं। एक तरफ़ BPM /DPM मनमानी कर रहे हैं, पीआरपी के साथ शोषण करने का कार्य कर रहे हैं। पीआरपी को वापस जिला को सौंप रहे हैं जो इस विभाग के लिए निंदनीय है। आज JSLPS और ग्रामीण विभाग को ईमानदारी से कार्य करने वाले पीआरपी की कोई जरूरत दिखाई नहीं दे रही। इनको कार्यमुक्त करने जैसी साजिश रची जा रही है। विभागीय मंत्री और झारखण्ड सरकार तक शिकायत पहुंचाने के बाद भी अब तक संज्ञान नहीं लिया गया जिससे संघ के सभी सदस्य क्षुब्ध हैं ।
विभागीय मंत्री से की अपील
आजीविका कैडर संघ के सचिव मुस्तकीम रजा ने विभागीय मंत्री सत्यानंद भोक्ता से अपील किया की सरकार हमारे समस्याओं और मांगों पर अविलंब संज्ञान लें।साथ ही कहा की कही ऐसा न हो की पीआरपी /बीएपी का अस्तित्व खत्म हो जाएगा और 1000/1500 परिवार रोजी रोटी पर संकट उत्पन्न हो जाय। मालूम हो की संघ द्वारा अपनी बातों को पूर्व में भी मंत्री और विभाग को अवगत करा दिया गया है।
आंदोलन पर जा सकते हैं कर्मी
संघ के कोषाध्यक्ष रीचा देवी ने कहा की राज्य भर में कर्मी न्यूनतम मानदेय पर कार्य कर रहे हैं। झारखंड सरकार से हम कर्मीयों को काफी उम्मीद है। परंतु साजिश के तहत शोषण करने वालों के खिलाफ संघ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। आंदोलन होने ले स्थिति में कोष की कमी होने नहीं दी जाएगी।झारखण्ड सरकार जल्द इस मामले को संज्ञान में लेकर कानूनी कार्यवाही करें अन्यथा झारखंड राज्य आजीविका कैडर संघ पूरे राज्य में विभाग और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी ।