"अबूआ राज का बबूआ गिरफ़्तार" हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर देखिये किसने क्या-क्या बोला, निशिकांत, बाबूलाल, राहुल, प्रियंका सभी की प्रतिक्रिया जानें...
रांची। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राजनीति गरम है। सत्तापक्ष जहां भाजपा और ईडी पर सनसनीखेज आरोप लगा रहा है, तो वहीं विपक्ष इसे जैसी करनी वैसी भरनी कह रहा है। निशिकांत दुबे, बाबूलाल मरांडी, अमर बाउरी ने हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि झारखंड में हेमंत सोरेन ने जो किया है, उसके बाद उनका जेल जाना तय था।
निशिकांत दुबे ने कहा…
अबूआ राज का बबूआ गिरफ़्तार। हज़ारों भाजपा कार्यकर्ताओं को जेल भेजा,केस की तो गिनती नहीं,लेकिन पाप का घड़ा एक दिन फूटता है ।मैंने अपने जीवन में कभी वर्तमान मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ़्तार होते नहीं देखा ।झारखंड की बर्बादी व तबाही के नायक हेमंत सोरेन जी कम से कम भगवान से डरते इतना अहंकार अच्छा नहीं
बाबूलाल मरांडी ने कहा …
अमर बाउरी ने कहा …
राहुल गांधी ने कहा ..
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी ने कहा कि ED, CBI, IT आदि अब सरकारी एजेंसियां नहीं रहीं, अब यह भाजपा की ‘विपक्ष मिटाओ सेल’ बन चुकी हैं। खुद भ्रष्टाचार में डूबी भाजपा सत्ता की सनक में लोकतंत्र को तबाह करने का अभियान चला रही है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा
जो मोदी जी के साथ नहीं गया, वो जेल जाएगा। झारखंड के मुख्यमंत्री, श्री हेमंत सोरेन पर ED लगाकर उनका त्यागपत्र देने को मजबूर करना Federalism की धज्जियाँ उड़ाना है। PMLA के प्रावधानों को draconian बनाकर विपक्ष के नेताओं को डराना-धमकाना, भाजपा की Tool Kit का हिस्सा है। षड्यंत्र के तहत एक-एक करके विपक्ष की सरकारों को अस्थिर करने का भाजपाई काम जारी है। भाजपा की Washing Machine में जो चला गया वो सफ़ेदी की चमकार से साफ़ है, जो नहीं गया वो दाग़दार है ? तानाशाही से लोकतंत्र को अगर बचाना है तो भाजपा को हराना होगा। हम डरेंगे नहीं, संसद से सड़क तक लड़ते रहेंगे।
प्रियंका गांधी ने कहा ..
विपक्ष मुक्त संसद, लोकतंत्र मुक्त भारत, सवाल मुक्त मीडिया और सौहार्द मुक्त जनता - भाजपा सरकार का यही लक्ष्य है। सारे राज्यों में एक-एक करके सरकारें गिराई जा रही हैं। विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। जो भाजपा में नहीं जाएगा, वह जेल जाएगा। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को ED लगाकर प्रताड़ित करना और उन्हें इस्तीफ़ा देने पर मजबूर करना इसी कुत्सित अभियान का हिस्सा है। भाजपा को यह भ्रम है कि वह 140 करोड़ लोगों की आवाज को कुचल सकती है। जनता हर जुल्म का जवाब देगी।