कोटा में सुसाइड रोकने का गजब प्लान: फंदे से लटकते ही पंखा आ जाएगा नीचे, देखें डेमो VIDEO
कोटा/ राजस्थान: NEET और JEE समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के कोचिंग हब कोटा में इन दिनों जैसे मौत का साया मंडरा रहा है. इस शहर से इसी साल 20 से ज्यादा आत्महत्याओं के मामले सामने आ चुके हैं. कमोबेश ये सभी आत्महत्या की घटनाएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की हैं. इस वर्ष कोचिंग छात्रों के बीच आत्महत्या की चिंताजनक वृद्धि के मद्देनजर कोटा प्रशासन ने एक अजीब कदम उठाते हुए सभी कमरों में स्प्रिंग- लोडेड पंखे लगाने का आदेश दिया है।
इस आदेश को लेकर सोशल मीडिया में लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि उम्र भर गालि यही भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा. आत्महत्या के मामलों में पंखे से ज्यादा मानसिक और सामाजिक वजहें जिम्मेदार हैं. पंखों को बदलने से समस्या कितनी सुलझती है, यह तो भविष्य की बात है. फिलहाल प्रशासन इस पहल को भी कारगर मानकर बदलाव कर रहा है.जिला प्रशासन के आदेश के बाद कोटा नगरी के सभी छात्रावास के कमरों और पेइंग गेस्ट आवास में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाने को अनिवार्य कर दिया गया है. ये पंखें सीलिंग में स्प्रिंग के माध्यम से टंगे होंगे जो जरा सा भी वजन पड़ने पर नीचे आ जाएंगे. कोटा जिला कलेक्टर ओम प्रकाश बुनकर द्वारा जारी आदेश का उद्देश्य इन आवासों में पढ़ने और रहने वाले छात्रों को मानसिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करना और कोचिंग छात्रों की बढ़ती आत्महत्याओं को रोकना है।
यह आदेश कोचिंग संस्थानों, छात्रावासों और पीजी के मालिकोंको दिसंबर 2022 में जारी पिछले आदेश की भी याद दिलाता है. इससे पहले के आदेश में छात्र कल्याण के उद्देश्य से कई उपायों की रूपरेखा दी गई थी, जिसमें छात्रों के लिए साप्ताहिक अवकाश, छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए साइकोलॉजिकल स्क्रीनिंग जैसे कदम शामिल थे.जरूरी है आदेशअब इस नोटिस में चेतावनी दी गई है कि इन उपायों का अनुपालन न करने पर आवास और संस्थानों को जब्त कर लिया जाएगा और मालिकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. यह आदेश जेईई की तैयारी कर रहे 18 वर्षीय छात्र की आत्महत्या के कुछ ही दिन बाद आया है. यह घटना इस महीने कोटा में चौथी आत्महत्या है, जो इस साल की 22वीं आत्महत्या है, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक है.