तिरंगे में लिपटा ASI का शव पहुंचा घर, नक्सल क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान हुई थी मौत, 7 साल के बेटे के मुखाग्नि देते ही रो पड़ा पूरा गांव
सीवान। ड्यूटी के दौरान CRPF के ASI की मौत हो गयी। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके सुकमा में तैनात ASI राकेश सिंह का शव सोमवार को उनके पैतृक गांव सीवान के गुठनी विसुनपुरा पहुंचा। देर शाम नम आंखों ने राकेश कुमार सिंह को अंतिम विदाई दी गयी। इस दौरान CRPF जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम सलामी दी। ASI के सात साल के बेटे ऋषभ ने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान माहौल हृदय विदारक हो गया।
दरअसल सीआरपीएफ के जवान की छत्तीसगढ़ के सुकमा में डयूटी के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। शव पहुचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. एक ओर जहां परिजनों के विलाप से वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गयीं, वहीं दूसरी तरफ नवयुवकों के भारत माता की जय, वंदे मातरम जैसे नारों से पूरा गांव गूंज उठा। जानकारी के मुताबिक राकेश अचानक से गिर पड़े और बेसुध हो गये। अन्य जवानों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुचाया, लेकिन कुछ देर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें की मुजफ्फरपुर से सीआरपीएफ अधिकारी अमृत कुमार सिंह के नेतृत्व में आयी जवानों की टीम ने एएसआई राकेश के शव को सैनिक सम्मान के साथ परिजनों को सौंपा। शव यात्रा विसुनपुरा गांव से आरंभ हुई, तो दर्जनों वाहनों के साथ सैकड़ों लोग राष्ट्र प्रेम के नारों के साथ चलते हुये ग्यासपुर स्थित सरयू नदी तट पहुच कर अंतिम संस्कार के साक्षी बने। सरयू नदी तट पर राकेश को सैनिक व नागरिक सम्मान दिया गया. सेना के जवानों द्वारा सलामी दी गयी। उनके पिता इंडियन नेवी के सेवानिवृत्त सीपीओ सूर्यनारायण तथा सात वर्षीय पुत्र ऋषभ को तिरंगा सौपा।