बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन से पूछ लिये ये तीन सवाल, कहा, झूठी राजनीति छोड़िये, असली मुद्दों पर ध्यान दीजिये

Babulal Marandi asked these three questions to Hemant Soren, said, leave false politics, focus on real issues

Jharkhand News: झारखंड में इन दिनों बकाये को लेकर राजनीतिक बकझक जारी है। भाजपा और झामुमो इस मामले में आमने सामने हैं। पिछले कुछ दिनों से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बीच इस मुद्दे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। इस कड़ी में बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए 1.36 लाख करोड़ बकाये का हिसाब सार्वजनिक करने को कहा है।

 

 

बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड के ₹1.36 लाख करोड़ कोयला रॉयल्टी के दावे पर जनता को सच्चाई जानने का हक़ है। हेमंत सरकार से सरकार से सीधा सवाल है कि यह बकाया किस-किस साल का है और किस किस योजना/परियोजना का है?

 

बाबूलाल मरांडी ने दूसरा सवाल पूछा है कि ₹1.36 लाख करोड़ की राशि का आधार क्या है? यूपीए शासनकाल और शिबू सोरेन के कोयला मंत्री रहते हुए कितनी राशि वसूली गई थी? राशि को लेकर पारदर्शिता क्यों नहीं हैं?

 

 

मरांडी ने कहा कि झारखंड के भ्रष्टाचार से भरे इतिहास को देखते हुए, जनता सबकुछ जानना चाहती है। सही दस्तावेज़ और तथ्यों को पारदर्शिता के साथ सामने रखें तब बात करें। उन्होंने कहा कि BJP झारखंड और झारखंडियों के हर अधिकार के लिए खड़ी है, जहॉं भी ज़रूरत होगी हम आपके साथ खड़े होंगे, लेकिन झूठे आंकड़े और फर्जी दावे बर्दाश्त नहीं होंगे।

 

 

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सच्चाई पर चलिएगा तो हम हर हमेशा सहयोग के लिए तैयार हैं। बकाया-बकाया का हौव्वा खड़ा कर कहीं आप जानबूझकर आगे मंईयां सम्मान योजना की राशि देने में विफलता के दोषारोपण की भूमिका तो तैयार नहीं कर रहे? झूठी राजनीति छोड़िए, झारखंड के असली मुद्दों पर ध्यान दीजिए।

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हेमंत सोरेन ने ये दिया था जवाब 

इससे पहले सोशल मीडिया हैंडल पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम झारखंडियों की माँग हवा-हवाई नहीं है बाबूलाल जी। यह हमारे हक़, हमारे मेहनत का पैसा है। झारखंडी हकों का आपका यह विरोध वाक़ई दुखद है। जब आपको अपने संगठन की पूरी ताक़त लगा कर हमारे साथ खड़ा होना था – आप विरोध में खड़े हो गए। खैर, हम अपना हक़ अवश्य लेंगे, क्यूंकि यह पैसा हर एक झारखंडी का हक़ है।

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