बांका : झाड़फूंक के चक्कर में बच्चे की मौत…सांप काटे बच्चे को हास्पीटल के बजाय, परिजन लेते गये “विष” उतरवाने
बांका। सांप काटने के बाद, अस्पताल ना ले जाकर झाड़-फूंक कराना एक छात्र की मौत की वजह बन गया। घटना बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र के बटसार पंचायत के बाजारगांव की है। जानकारी के मुताबिक बाजारगांव के अशोक मेहतर के 12 वर्षीय बेटे अमित और 14 साल की बड़ी बेटी रूपा को सांप ने डंस लिया था। परिजनों ने तुरंत दोनों अस्पताल ना ले जाकर, सन्हौला के खिरीडांड गांव झाड़ फूंक कराने ले गये। तुरंत इलाज नहीं मिलने से बच्चे की हालत बिगड़ गयी।
अमित और रूपा की हालत बिगड़ती देख तत्काल उसे सन्हौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसे भागलपुर मायागंज रेफर कर दिया गया। इलाज के लिए ले जाते वक्त अमित की मौत हो गयी। हालांकि रूपा की स्थिति अभी भी गंभीर है। जानकारी के मुताबिक दोनो भाई बहन जमीन पर सोये हुए थे, उसी दौरान जहरीला कोबरा सांप ने दोनों डंस लिया।
मृतक भाई चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। लोगों का कहना है कि सांप कांटने के बाद तुरंत अगर अस्पताल पहुंचाया जाता तो बच्चे की जान बच जाती, लेकिन गांव के ही कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि झाड फूंक से विष उतर जाता है, जिसके बाद परिजन बच्चे को लेकर सन्हौला चले गये। इसी दौरान जहर पूरे शरीर में फैल गया,जिससे बच्चे की हालत बिगड़ती चली गयी और फिर उसकी मौत हो गयी। घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।