Bihar Caste Census Report: बिहार में जाति जनगणना के बीच जानें किस धर्म की कितनी आबादी
पटना: बिहार में जाति जनगणना के आंकड़े नीतीश कुमार सरकार ने जारी कर दिए हैं। इन आंकड़ों में अत्यंत पिछड़ा वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी कुल मिलाकर 63 फीसदी है, जो सबसे बड़ा सामाजिक समूह है। इस सर्वे के आधार पर बिहार सरकार ने ब्राह्मण, भूमिहार, यादव, राजपूत, मुसहर समेत सभी जातियों की आबादी बता दी है। यही नहीं इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि धार्मिक आधार पर किसकी कितनी संख्या है।
सर्वे के मुताबिक राज्य में ....
- सबसे ज्यादा 81.99 फीसदी (107192958 हिंदू हैं
- जबकि मुसलमानों की संख्या 17.70 फीसदी यानी 2,31,49,925 है।
- तीसरे नंबर पर ईसाई हैं और चौथे स्थान पर सिख हैं।
- हिन्दू - 81.99%
- मुसलमान - 17.70%
- ईसाई- 0.05%
- सिख- 0.011%
- बौद्ध- 0.0851%
- जैन- 0.0096%
- अन्य धर्म- 0.1274%
जाति जनगणना की यह रिपोर्ट बिहार में सियासी परिदृश्य को पूरी तरह से बदल सकती है। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि इस बात की जानकारी तो अब पूरे देश में फैलानी चाहिए। चुनाव से पहले यही एजेंडा होना चाहिए और देश भर में आंदोलन खड़ा हो ताकि राष्ट्रव्यापी जातीय जनगणना हो सके। बता दें कि इस रिपोर्ट में सबसे ज्यादा संख्या यादव बिरादरी की पाई गई है, जो 14 फीसदी हैं। इसके अलावा राजपूतों की संख्या 3.45 फीसदी है और ब्राह्मण 3.65 पसेंट हैं। कुर्मी समाज की संख्या 2.87 फीसदी है और कोरी बिरादरी की आबादी 4.27 पर्सेट है। अब अनुसूचित जाति की बात करें तो उनकी संख्या 19 फीसदी के करीब है और इसमें भी सबसे ज्यादा संख्या मोची, चमार और रविदास की है, जो 5.2 फीसदी हैं।