मंजूरी देने में क्यों लगा इतना समय : राजधानी को मिला दूसरा एयरपोर्ट...मोदी सरकार की बड़ी सौगात

बड़ी खबर। झारखंड - बिहार विभाजन के दौरान उठाई गई मांग के चौबीस साल बाद केंद्र ने शुक्रवार को पटना के लिए दूसरे नागरिक हवाई अड्डे के लिए हरी झंडी दे दी. शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट में यह फैसला लिया गया. पटना एयरपोर्ट पर काफी बोझ है, ये मांग बर्षों से की जा रही थी. बिहटा में वायुसेना का ऐयरबेस है.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार बंगाल और बिहार की दो परियोजनाओं के निर्माण पर 2962 करोड़ रुपया खर्च करेगी. यह काफी बड़ी परियोजना है, जिसके काफी लोगों को लाभ होगा. पहले चरण में 1,413 करोड़ रुपये की लागत से एक टर्मिनल भवन बनाया जाएगा जो सालाना 50 लाख यात्रियों को संभाल सकता है, साथ ही संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर भी बनाया जाएगा ताकि रक्षा बेस में एक नागरिक एन्क्लेव हो सके जैसे गोवा डाबोलिम, गाजियाबाद हिंडन और कई अन्य हवाई अड्डे हैं.

कैबिनेट द्वारा दो प्रस्तावों को मंजूरी दिए जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, बढ़ी हुई हवाई कनेक्टिविटी पर्यटन और वाणिज्यिक विकास के लिए बहुत अच्छी खबर है. कैबिनेट ने पश्चिम बंगाल के बागडोगरा और बिहार के बिहटा में नए नागरिक एन्क्लेव को मंजूरी दे दी है. इससे इन जगहों पर आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी.

सीसीईए ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बागडोगरा हवाई अड्डे पर 1,549 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक नया सिविल एन्क्लेव विकसित करने के एएआई के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी. बागडोगरा में नया टर्मिनल प्रति घंटे 3,000 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा और इसकी वार्षिक क्षमता एक करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी.

मंजूरी देने में क्यों लगा इतना समय?

पटना से 28 किमी दूर स्थित बिहटा में नया हवाई अड्डा पटना हवाई अड्डे की आवश्यकताओं को पूरा करेगा. सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि नए हवाई अड्डे को बड़े विमान मिलेंगे. सूत्रों ने कहा कि अधिक यात्रियों को संभालने के लिए बिहटा को एक नागरिक हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने का निर्णय अधिक समय लगा क्योंकि कुछ लोगों द्वारा नालंदा में हवाई अड्डे के विकास को प्राथमिकता देने के संकेत थे.

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