मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग को लेकर भाजपा आक्रामक, राज्यपाल से मिलकर की शिकायत, कहा…
Jharkhand: BJP takes to the streets against minister Hafizul Ansari's statement, Babulal said - will not let Shariat be implemented

रांची। मंत्री हफीजुल हसन के शरीयत और संविधान वाले बयान पर विवाद अभी थमा नहीं है। भाजपा अभी भी मंत्री हफीजुल हसन को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग पर अड़ा हुआ है। इस मामले में आज भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से भी मिला है, भाजपा इस मामले में राजभवन को संज्ञान लेते हुए मंत्री हफीजुल हसन को बर्खास्त करने की मांग की।
इससे पहले आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में शीर्ष भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल संतोष गंगवार से मिला। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि संवैधानिक पद में बैठकर इस तरह का बयान देना एक धर्मविशेष की सोच को दर्शाता है, जबकि इस पद में सोच हमेशा धर्मनिरपेक्ष रखनी चाहिये।
राजभवन तक निकाला गया आक्रोश मार्च
इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। रांची महानगर और ग्रामीण जिला इकाई के संयुक्त नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला स्कूल मैदान से लेकर राजभवन तक आक्रोश मार्च निकाला। इस दौरान “संविधान विरोधी मंत्री हटाओ”, “हेमंत सरकार होश में आओ” जैसे नारे लगाए गए।
प्रदर्शन में शामिल रहे कई वरिष्ठ नेता
आंदोलन का नेतृत्व खुद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने किया। उनके साथ कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और केंद्रीय राज्य मंत्री संजय सेठ समेत अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इन नेताओं ने मंच से संबोधन में हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि राज्य में संविधान की मर्यादा से खिलवाड़ हो रहा है।
भाजपा ने कहा – यह सिर्फ शुरुआत है
भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया, तो यह आंदोलन आगे और भी तेज होगा। पार्टी का कहना है कि संविधान की रक्षा के लिए वह हर मोर्चे पर तैयार है। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा और संविधान की गरिमा की लड़ाई है।