झारखंड का कॉलगर्ल गैंग: WhatsApp पर भेजी जाती थी लड़कियों की तस्वीरें, रेट तय होते ही, लड़कियां भेजने के बदले शुरू होता था ब्लैकमेलिंग का खेल
कोडरमा । व्हाट्सएप पर लड़कियों की फोटो भेजी जाती….लड़कियों को सेलेक्ट कर रेट तय किये जाते… लेकिन बात जब लड़कियों को भेजने की होती, तो शातिर ब्लैकमेल करने लग जाता। जिस्मफरोशी के नाम पर जालसाजी का अजीबोगरीब गिरोह पुलिस की पकड़ में आया है। आरोप है कि ये गिरोह लड़कियों की फर्जी तस्वीर भेजकर लोगों को सेक्सटार्सन की तर्ज पर ठगी का शिकार बनाता था। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, कोडरमा पुलिस को सूचना मिली थी, कि जयनगर थाना क्षेत्र के परसाबद स्थित गड़गी में कुछ शिमला नंदनी स्पॉट कॉल गर्ल्स नाम का ऑनलाइन साईट चला रहे हैं। ये गैंग साइट के जरिये लड़कियों की फर्जी फोटो भेज लोगों से पैसे की वसूली करता था। सूचना के आधार पर पुलिस ने उस स्थान पर छापेमारी की। जहां से दो युवकों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान जितेंद्र साव और दिलीप साव के रूप में की गई है, जो जयनगर थाना क्षेत्र के परसाबाद के रहने वाले हैं साथ ही एक नाबालिग को भी पकड़ा है।
मौके से पुलिस एटीएम, पासबुक और मोबाइल मिले हैं। जिसके आधार पर पुलिस जांच आगे बढ़ा रही है। आरोप है कि वेबसाइट की आड़ में गैंग के लोग कॉल गर्ल्स सप्लाई का झांसा दिया जाता था। पहले ये लोग लड़कियों की तस्वीर भेजा करते थे और फिर जब पैसा तय हो जाता था और लड़कियां सप्लाई करने की बात की जाती, तो ये ब्लैकमेल करने लगते।
ये गिरोह पिछले एक सालों से इस तरह के करतूत को अंजाम देता था। पुलिस को जांच में कुछ और भी जानकारी मिली है, जिसके आधार जांच की जा रही है। पुलिस को शक है कि इस अपराध के साथ-साथ ये लोग अन्य वारदात में शामिल रहे हैं। पुलिस इन अपराधियों से पूछताछ कर रही है।