Champai Soren biography in Hindi: जानिये कौन हैं चंपई सोरेन, जो बनेंगे मुख्यमंत्री, सात बच्चों के पिता, नंगे पांव 10वीं तक की पढ़ाई..
रांची। हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है। जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तारी कर ली है। चंपई सोरेन को गठबंधन का नया नेता चुन लिया गया है। लेकिन अभी तक उनकी ताजपोशी की तारीख नहीं सामने आ पायी है। चंपई सोरेन को सोरेन परिवार का काफी विश्वास पात्र माना जाता है। चंपई सोरेन को झारखंड टाइगर कहा जाता है। वे अभी सरायकेला से विधायक हैं। 68 साल के चंपई सोरेन 44 साल से झामुमो में हैं।
1 नवंबर 1956 को झारखंड के सराईकेला के जिलिंगगोड़ा गांव में जन्मे चंपई सोरेन मूल रूप से किसान है। उनके पिता भी खेती बारी से ही जुड़े थे, शुरुआती वक्त में चंपई सोरेन भी खेती ही किया करते थे। 1980 में वो झामुमो में शामिल हुए। 1995 में वो पहली बार जनप्रतिनिधि चुने गये। वो सरायकेला जिला परिषद के अध्यक्ष चुने गये।
2005 में वो सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 2009 में भी विधायक बने। उन्होंने सितंबर 2010 से जनवरी 2013 तक विज्ञान और प्रौद्योगिकी, श्रम और आवास मंत्री की जिम्मेदारी संभाली।वहीं जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन कैबिनेट मंत्री थे। 2014 में तीसरी बार झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए। वहीं 2019 में चौथी बार विधायक बने। इसके साथ ही वह हेमंत सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बन गए।
अब वो मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। उन्होंने केवल मैट्रिक तक पढ़ाई की है। चंपई ने 1974 में जमशेदपुर स्थित राम कृष्ण मिशन हाई स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की थी। वह अब तक 1991 से अब तक विधायक हैं। चंपई कुछ मामलों में जेल भी जा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, उनके पास दो करोड़ से अधिक की संपत्ति है। शादी के बाद चंपई के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं।
बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और अहम मंत्रालय दिए गए थे. चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लग गया था और फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया।
हेमंत सोरेन की सरकार में दूसरी बार बने मंत्री
वहीं, दूसरी बार 2019 में फिर से हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रखा गया है. चंपई झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं. अब उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है. इसके बाद चंपई झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे.