10वीं-12वीं के पाठ्यक्रम में बदलाव : NCERT की किताबों से ये पाठ हटाये गये, जानिये नया सिलेबस, छात्रों को अब किन-किन पाठों को नहीं पढ़ना होगा..
नयी दिल्ली। NCERT के पाठ्यक्रम में बदलाव पर अब रिएक्शन आने शुरू हो गये हैं। पिछले दिनों नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने 12वीं पाठ्यक्रम में कई बदलाव किये थे। NCERT ने इतिहास, नागरिक शास्त्र और हिन्दी के सिलेबस में बदलाव किए हैं। इतिहास की किताब से मुगल साम्राज्य से जुड़ा चैप्टर हटा दिया गया है। इसके अलावा भी कई बदलाव किये हैं। इस पर अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्वीट कर हमला बोला है। अब छात्र मुगल साम्राज्य का इतिहास नहीं पढ़ेंगे. इस सिलेबस के मुताबिक अब सभी बोर्ड जहां एनसीईआरटी की किताबें चलती हैं, वे इस नये नियम को मानेंगे. मुख्य तौर पर सीबीएसई बोर्ड के सिलेबस में बदलाव होगा. इसके अलावा यूपी बोर्ड ने भी कई एनसीईआरटी की किताबें इंट्रोड्यूज की हैं, वहां भी ये बदलाव लागू होगा।
मुग़ल इतिहास हटाए जाने पर भड़कीं स्वरा
बता दें कि एनसीईआरटी की किताबों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत आज की जरूरत के हिसाब से अपडेट किया जा रहा है. ऐसे में एनसीईआरटी ने गुणवत्ता परक शिक्षा को ध्यान में रखते हुए कई बदलाव किए हैं.स्वरा भास्कर ने मुगल इतिहास को हटाए जाने पर ट्वीट कर कहा है कि ”इस देश में अंतहीन जहालत है! जाहिलों को वोट दो, हर संस्था को जाहिल बनाओ, जाहिलों को पैदा करो…यह एक अंतहीन चक्र है।” स्वरा भास्कर के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
ये बदलाव एकेडमिक सेशन 2023-24 से लागू होगा. अपडेटेड क्यूरिकुलम के मुताबिक एनसीईआरटी ने 'किंग्स एंड क्रॉनिकल्स; मुगल दरबार (सी. 16वीं और 17वीं सदी)' इतिहास की किताब 'थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट II' से हटा दिए हैं. हिस्ट्री के साथ ही एनसीईआरटी ने सिविक्स के सिलेबस में भी बदलाव किया है. 'विश्व राजनीति में अमेरिकी आधिपत्य' और 'द कोल्ड वॉर एरा' जैसे चैप्टर हटा दिए हैं.
यूपी बोर्ड और सीबीएसई 12वीं की ‘हिंदी आरोह भाग-2’ से फिराक गोरखपुरी की गजल और ‘अंतरा भाग दो’ से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ‘गीत गाने दो मुझे’ को हटा दिया गया है.इसके साथ ही एनसीईआरटी ने विष्णु खरे की एक काम और सत्य, के अलावा चार्ली चैपलिन के पाठ को भी एनसीईआरटी ने ‘अंतरा भाग दो’ से हटा दिया है. खास बात यह है एनसीईआरटी ने जिन भी विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव किए हैं उनकी जानकारी एनसीईआरटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी हैं. ऐसे में 12वीं के स्टूडेंट आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके इसे चेक कर सकते हैं.
इसके अलावा, कक्षा 12वीं की 'स्वतंत्रता के बाद भारतीय राजनीति' पाठ्य पुस्तक से 'लोकप्रिय आंदोलनों का उदय' और 'एकदलीय प्रभुत्व का युग' अध्याय हटा दिए गए हैं. 12वीं के साथ ही एनसीईआरटी ने दसवीं और ग्यारहवीं से भी कुछ किताबें हटायी हैं. क्लास 11वीं की टेक्सट बुक 'थीम्स इन वर्ल्ड हिस्ट्री' से 'सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स', 'संस्कृतियों का टकराव' और 'औद्योगिक क्रांति' जैसे अध्याय हटा दिए गए हैं. इसी प्रकार कक्षा 10वीं की पाठ्यपुस्तक 'लोकतांत्रिक राजनीति-II' से 'लोकतंत्र और विविधता', 'लोकप्रिय संघर्ष और आंदोलन', 'लोकतंत्र की चुनौतियां' पर अध्याय हटा दिए गए हैं.