छत्तीसगढ़ में चेंज डेमोग्राफी बनेगा चुनावी मुद्दा, अब हिमंता विस्वा सरमा ने भी साधा निशाना, बोले, आदिवासी जमीन और अपनी पहचान दोनों खो रहे
Jharkhand News: झारखंड में डेमोग्राफी चेंज होने का मुद्दा गरमाता जा रहा है। भाजपा इस मुद्दे पर काफी आक्रामक है। शायद ही भाजपा की कोई जनसभा हो रही हो, जहां आदिवासियों की कम होती संख्या और मुस्लिम आबादी बढ़ने का जिक्र नहीं हो रहा है। साफ है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा इसे बडा मुद्दा बनाना चाह रही है। बाबूलाल मरांडी ने प्रेस कांफ्रेंस कर पिछले दिनों संथालपरगना में मुस्लिम वोटरों की संख्या में 123 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी का मुद्दा उठाया था।
झारखंड बीजेपी के इस मुद्दे पर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा सरमा ने भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि एक story जो झारखंड के हर व्यक्ति को देखनी चाहिए: झारखंड में आदिवासी तेजी से अपनी जमीन और पहचान खो रहे हैं क्योंकि मुस्लिम घुसपैठ लगातार बढ़ रही है। झारखंड तेजी से एक और ऐसा राज्य बनता जा रहा है जहाँ demography परिवर्तन तेजी से हो रहे हैं। एक दुखद development है-
हिमंता विस्वा सरमा के पोस्ट पर सोशल मीडिया पर रिट्वीट करते हुए कहा है कि भगवान बिरसा मुंडा, वीर सिद्धो – कान्हो, फूलो झानो, पोटो हो जैसे आदिवासी महानायकों की धरती झारखंड में आज आदिवासी समाज अपने अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहा है। कांग्रेस, झामुमो और राजद जैसी परिवारवादी पार्टियों ने सत्ता के लिए झारखंड में अनेकों ‘मिनी बांग्लादेश’ बसा डाला है। लव जिहाद, लैंड जिहाद, धर्मांतरण जैसी साज़िशें रचकर आदिवासियों की गौरवशाली इतिहास को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने आगे लिखा है कि कांग्रेस-झामुमो सरकार की सुनियोजित साजिश और खतरनाक सोच के तहत झारखंड को ‘जिहादखंड’ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य सरकार के संरक्षण में बांग्लादेशी घुसपैठियों को प्रश्रय देकर उनके फ़र्जी कागजात तैयार किए जा रहे हैं। आदिवासी बेटियों को लव जिहाद के जाल में फंसाकर आदिवासियों की जमीनों पर कब्जे का खेल चल रहा है। आदिवासियों का धर्मांतरण करने वाला गिरोह पूरे प्रदेश में सक्रिय है।