DEO के ठिकानों पर ACB का छापा, अब तक 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा, पत्नी भी है शिक्षिका

DEO ACB Raid : एसीबी की छापेमारी में जिला शिक्षा अधिकारी के ठिकानों से 10 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मिली है। डीईओ की कुल संपत्ति का अब तक आकलन नहीं हो पाया है, खबर है कि ये राशि अभी और बढ़ सकती है। मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है।

जहां बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू के ठिकानों पर ACB ने छापा मारा है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) टीआर साहू के बिलासपुर स्थित सरकारी आवास, कवर्धा स्थित मकान और रायपुर में छापेमारी की है। अभी तक जो संपत्ति मिली है, वो करीब 10 करोड़ की है। बिलासपुर नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी आवास में 1.6 लाख रुपए कैश मिला।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और कवर्धा में चल रही जांच में पत्नी के नाम पर काफी संपत्ति मिली है। संपत्ति का आकलन के बाद अगर आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आता है, तो गिरफ्तारी हो सकती है।जानकारी के मुताबिक एसीबी ने बताया है कि अब तक की जांच में कैश, एफडी, जमीन और एलआईसी में इन्वेस्टमेंट का पता चला है।

जांच के दौरान कवर्धा की पॉश कॉलोनी में मकान, पत्नी के नाम पर फार्म हाउस और रायपुर में कीमती जमीन की जानकारी सामने आई है।

वहीं बिलासपुर नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी आवास में 1.6 लाख रुपए कैश मिला। कवर्धा के गांव में करीब 10 एकड़ के फार्म हाउस होने का पता चला है। अधिकांश जमीनें पत्नी के नाम हैं। डीईओ के पास दो कारें हैं। दोनों के माइलोमीटर चेक किए गए हैं। इन गाड़ियों का एवरेज देखा जाएगा। इसमें डीजल-पेट्रोल का भी हिसाब जुड़ेगा।

रायपुर में उन्होंने पत्नी के नाम से एक बड़ा प्लॉट खरीदा है। कवर्धा के मकान में बीस हजार कैश मिले हैं। यहां से सोने-चांदी के जेवर के अलावा बैंक पासबुक, एफडी व एलआईसी में बड़े निवेश का पता चला है। बैंक पासबुक जब्त कर लिए गए हैं।

डीईओ के खिलाफ जो शिकायत आयी है, उसके मुताबिक 4 करोड़ रुपए की फर्नीचर खरीदी, 86 लाख रुपए में प्रश्न पत्र छपाई के अलावा शिक्षकों के अटैचमेंट, अनुकंपा नियुक्ति, जीपीएफ, मातृत्व अवकाश आदि में लेनदेन कर डीईओ ने अनुपातहीन संपत्ति कमाई है। बिलासपुर के नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी मकान में डीईओ अकेले रहते हैं। वहीं पत्नी-बच्चे कवर्धा में पॉश कॉलोनी में रहते हैं। उनकी पत्नी भी शिक्षिका है ।


जबकि बेटा सिविल इंजीनियर है। अधिकांश अचल संपत्तियां पत्नी के नाम पर हैं। ईओडब्ल्यू दोनों की आय और खर्च का हिसाब निकालेगी। इसके बाद डीईओ का भी हिसाब निकालेगी।

Aditya
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