युवाओं में बढ़ती नशे की लत बना चिंता का विषय : प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद प्रदेश में धड़ल्ले से बिक रहा ई-सिगरेट, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रशासन के सख्त नियम के बावजूद भी राजधानी में ई-सिगरेट धड़ल्ले से बिक रही हैं। युवाओं में इसका चलन तेजी से बढ़ा है। शहर के एमजी रोड, मालवीय रोड, घड़ी चौक, जीई रोड सहित कई ऐसे इलाके हैं, जहां पर ई-सिगरेट आसानी से उपलब्ध हो रही हैं। ई-सिगरेट विक्रेता 16 हजार फ्लेवर के साथ इंटरनेट मीडिया से किशोरों को अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। आनलाइन ई-सिगरेट आसानी से मिल रही हैं। लड़के-लड़कियां दोनों ही इसका उपयोग कर रहे हैं।

ई-सिगरेट के विभिन्न प्रकार, कइयों के न्यू मॉडल लांच

बता दें कि, युवाओ को ई सिगरेट बेचने के लिए एक सोची समझी कार्यप्रणाली बनायीं जा रही हैं, जिससे की नए युवा इससे आकर्षित होकर इस ख़रीदे। जानकारी के मुताबिक, बाजार में पेन, लाइटर, पेन ड्राइव, चाभी आदि के रूप में आकार देकर ई सिगरेट को काम दामों में बेचा जा रहा है, जिससे बिक्री और सेवन के दौरान पकड़ से दूर रहा जा सके। यानी ई-सिगरेट को पहचानना भी कठिन हो गया है।

क्या हैं ई सिगरेट

बता दें कि, यह एक खास प्रकार का इलेक्ट्रानिक उपकरण होता है, जिसे बैटरी से चलाया जाता है। लोग इस उपकरण से बिना तंबाकू के पदार्थों को सांस के माध्यम से ग्रहण करते हैं। जिले में ई-सिगरेट का अवैध व्यापार लाखों का है। ई-सिगरेट तंबाकू और सिगरेट से ज्यादा हानिकारक होता हैं। जो महिलाएं ई सिगरेट का सेवन करती हैं, उनको गर्भावस्था से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

2019 से प्रतिबंधित है ई-सिगरेट

बता दें कि, भारत में इलेक्ट्रानिक सिगरेट निषेध अधिनियम 2019 में लागू हुआ था। इसके अंतर्गत ई-सिगरेट के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, भंडारण और विज्ञापन प्रतिबंधित है। इसके बावजूद इंटरनेट मीडिया पर धड़ल्ले से इसे बेचा जा रहा है। पहली बार उल्लंघन करने वालों को एक साल तक की सजा और एक लाख रुपये तक जुर्माने का प्राविधन है। लगातार उल्लंघन करने वालों को तीन साल तक की सजा या पांच लाख रुपये जुर्माने का प्राविधान हैं।

चीन से नेपाल फिर देशभर में सप्लाई

बता दें कि, इसका उत्पादन चीन में होता हैं और इसे देशभर में सप्लाई कर धड़ल्ले से बेचा जाता हैं। वहीं चीन में बनने वाली ई-सिगरेट नेपाल के रास्ते दिल्ली और उसके बाद सभी जगहों आसानी से पहुंचाई जा रही है। जानकारी अनुसार, इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच रही है। गिरोह से जुड़े लोग इंस्टाग्राम पर आइडी बनाकर ई-सिगरेट की आपूर्ति कर रहे हैं। गिरोह के सदस्यों ने बकायदा इंस्टाग्राम पर उन शहरों का नाम भी लिख रखा है, जहां वह आपूर्ति कर रहे हैं।

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