मौसम अपडेट : इन जिलों में भारी बारिश संभावना , मौसम विभाग का येलो अलर्ट जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए कई हिस्सों में हैवी रैन का अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में 20 जुलाई तक मौसम खराब रहने की संभावना है।

वहीं आईएमडी का कहना है कि, आने वाले कुछ दिनों में प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होगी। साथ ही कुछ इलाकों में आंधी चलने के साथ बिजली गिरने की आशंका है, जिसको लेकर मौसम विभाग ने लोगो को घर में ही सुरक्षित रहने को कहा है। वहीं आज कांकेर, मोहला-मानपुर, खैरागढ़ और राजनांदगांव में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगर बात की जाये बीते मंगलवार की तो कल मानसून की एक्टिविटी नॉर्मल ही रही। इसके आलावा ज्यादातर हिस्सों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होते दिखाई दिया। वहीं 1-2 जगहों पर भारी बारिश भी हुई।

पिछले 24 घंटे के में बालोद में 54 मिलीमीटर, कांकेर में 71 मिलीमीटर, बस्तर में 100 मिलीमीटर और धमतरी में 93 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, 19 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का एरिया बनेगा, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश होगी। वहीं कुछ इलाकों में तेज गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रहीं है। इसके आलावा आज राजधानी रायपुर में भी आज हल्के बादल छाए रहेंगे, जिसके साथ ही प्रदेश के जिलों के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज छत्तीसगढ़ के दक्षिण इलाके में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिस वजह से पिछले 24 घंटे में रायपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई है।

मौसम विभाग ने जारी किया , 21 जुलाई तक इन जिलों में येलो अलर्ट

17 जुलाई- बुधवार को खैरागढ़, छुईखदान, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर और कांकेर में बारिश हो सकती है।

18 जुलाई- गुरुवार को धमतरी, गरियाबंद, कोण्डागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

19 जुलाई- शुक्रवार को गरियाबंद, धमतरी, बस्तर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

20 जुलाई- शनिवार को बस्तर और बीजापुर जिले में हैवी रेन का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. तो वहीं गरियाबंद, धमतरी, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले में बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।

21 जुलाई- रविवार को गरियाबंद में भारी बारिश हो सकती है. इसे लेकर मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. तो वहीं धमतरी, महासमुंद, बस्तर और कोण्डागांव में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मंगलवार को तीन डिग्री अधिक रहा तापमान

बता दें कि, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 38.4 डिग्री रहा। जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 29.1 रिकॉर्ड किया गया। वहीं हवा में नमी का स्तर 88 से 56 प्रतिशत रहा। मौसम की मेहरबानी से मंगलवार को छह दिन बाद फिर से दिल्ली की हवा साफ दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआइ 100 रहा। इसे ‘संतोषजनक’ श्रेणी में रखा जाता है।

आईएमडी ने कई राज्यों में बारिश का लगाया पूर्वानुमान

मौसम विभाग के मुताबिक ने, 16, 18 और 19 जुलाई को कोंकण और गोवा में जबकि 18 से 20 जुलाई के बीच मध्य महाराष्ट्र में और 16 से 17 जुलाई के बीच दक्षिण गुजरात और तटीय कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए केरल, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, गुजरात, दक्षिणी मध्य प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है।

पश्चिमी तटीय राज्यों में भारी बारिश की संभावना

मौसम विभाग का कहना है कि, इस समय मॉनसून रेखा राजस्थान के जैसलमेर, कोटा, मध्य प्रदेश के गुना, मंडला, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव और दक्षिण ओडिशा पर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रही है और दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के मध्य तक पहुंच रही है। इसके अलावा दक्षिण ओडिशा और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। इनके अलावा दक्षिणी पश्चिमी पाकिस्तान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, इसकी वजह से पश्चिमी तटीय राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

Related Articles
Next Story