मनरेगा घोटाला पर सीएम सख्त : CM हेमंत सोरेन ने अभियंता व मुखिया समेत 10 लोगों पर एसीबी जांच का दिया आदेश..
रांची : मनरेगा योजना अंतर्गत कूप निर्माण में सरकारी राशि का दुरुपयोग करने के 10 आरोपियों के विरुद्ध एसीबी जांच करेगा। इसमें चार अभियंता, मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक ,लघु एवं अन्य पर गबन का आरोप है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मनरेगा योजना अंतर्गत कूप निर्माण में सरकारी राशि का दुरुपयोग करने से बंधी 10 आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर एसीबी को जांच का आदेश दिया है।
नलकूप का निर्माण किए बिना राशि निकासी का आरोप
जांच के उपरांत उल्लेख किया गया कि चतरा निवासी बसंत सिंह एवं नरेश सिंह के नाम से दो कूप निर्माण की योजना थी। लेकिन एक ही कूप निर्माण कर दोनों की राशि निकासी कर सरकारी राशि का गबन किया गया है। तथा स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है कि नरेश सिंह के नाम से कूप निर्माण के नाम पर मुखिया पंचायत सेवक एवं कनिया अभियंता मिलीभगत कर 58,280 रुपए की राशि की निकासी कर गबन कर लिया गया।
उक्त योजनाओं की जांच से स्पष्ट है कि स्थल पर बिना कार्य कराए ही सरकारी राशि का निकासी कर बंदरबांट कर गबन कर लिया गया है। जिसके लिए प्रेमचद पांडे, लाभुक, विष्णु ऊराव, रोजगार सेवक नरेश हजाम, पंचायत सेवक विवेक कुमार, पंचायत सेवक संजू देवी, मुखिया मिथिलेश सिंह उर्फ राकेश सिंह, सामग्री आपूर्तिकर्ता (वर्तमान मुखिया सीमा पंचायत चतरा) केदार सिंह, कनीय अभियंता राजेश कुमार, कनीय अभियंता संजय सिंह, सहायक अभियंता तारिणी मंडल, कार्यपालक अभियंता एनआर ई पी एवं अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का साक्ष्य पाया गया है।