झारखंड में कंजक्टिवाइटिस का कहर : डॉक्टर समेत कई कर्मचारी आए चपेट में
धनबाद : कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू तेजी से झारखंड में फैल रहा है। इसका असर स्कूल से लेकर अन्य संस्थानों, बच्चे, बुजुर्ग सभी में देखा जा रहा है। ऐसे ही ममला शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) से आ रही है। इन दिनों शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में भी कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
इधर इलाज कर रहे एक डॉक्टर समेत लगभग एक दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मी भी बीमारी की चपेट में आ गए हैं. स्वास्थ्य कर्मी बीमारी को झेलते हुए आंखों में चश्मा लगा कर मरीजो की सेवा में लगे हैं. हालांकि यह अन्य मरीजो के लिए घातक भी हो सकता है.
एसएनएमएमसीएच के रजिस्ट्रेशन काउंटर, वार्ड बॉय, स्वीपर, क्लर्क समेत लगभग 12 से अधिक कर्मचारी बीमारी की चपेट में हैं. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले सप्ताह तक अस्पताल में इसकी रफ्तार कम थी, लेकिन अब रफ्तार तेज हो रही है. मरीजों की सेवा करते स्वास्थ्य कर्मी भी फ्लू की चपेट में आ गये हैं. ऐसी स्थिति में उन्हें घर में होना चाहिए. परंतु फ्रंटलाइन कंपनी के नियम और शर्तें उन्हें बाध्य कर रही हैं. चाह कर भी छुट्टी नही ले सकते. ऐसी स्थिति अन्य मरीजो के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है.
सप्ताह भर में मरीजों की संख्या हुई दोगुनी
आई विभाग के डॉक्टर यू एस सिंह बताते हैं कि सप्ताह भर में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है. पिछले सप्ताह 10 से 15 मरीज पहुंचे थे, जो बढ़कर अब 20 25 हो गई है. यह एक वायरल इंफेक्शन है और अक्सर बरसात के दिनों में फैलता है. उन्होंने बताया कि इस बीमारी ग्रस्त लगभग 75 प्रतिशत मरीज इलाज के लिए ल नहीं पहुंचते हैं. वह घर पर ही उपचार कर ठीक हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि मरीज यदि कुछ सावधानी बरते तो जल्द छुटकारा मिल सकता है.