झारखंड- सिविल सर्जन घूस लेते गिरफ्तार: नर्सिंग होम रिनुएल के नाम पर मांगे थे 1 लाख रुपये, 70,000 रुपये लेते पकड़ाये, जानें पूरा मामला
ACB Raid: झारखंड में घूसखोर अफसर पर बड़ी कार्रवाई हुई है। ACB ने सिविल सर्जन को 70 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया है। देवघर से बड़ी खबर आयी है। एसीबी की टीम ने सिविल सर्जन रंजन सिन्हा को 70 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक एसीबी की टीम ने उन्हें बेला बागान स्थित आवास से पकड़ा है। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर दुमका लाया गया है।
सिविल सर्जन पर आरोप है कि पश्चिम बंगाल के निवासी महफूज आलम से घूस लेते हुए सिविल सर्जन को पकड़ा गया है। जानकारी के दुमका की एसीबी की टीम ने सिविल सर्जन को रंगेहाथ 70000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा है। गिरफ्तारी उनके निजी आवास देवघर नगर थाना क्षेत्र के कालीबाड़ी बेला बागान स्थित नवजीवन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से हुई है। जानकारी के मुताबिक दरअसल महफूज आलम देवघर के मधुपुर थाना क्षेत्र के कॉलेज रोड स्थित 10 बेड का बंगाल नर्सिंग होम के नाम से हॉस्पिटल चला रहा था।
इसी अस्पताल का रिनुअल करने के लिए महफूज आलम ने सिविल सर्जन कार्यालय को आवेदन दिया था। काफी दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुआ तो यह सिविल सर्जन से मिलने देवघर पहुंचा। कार्यालय में सिविल सर्जन के मुलाकात के बाद महफूज आलम ने अपने नर्सिंग होम का रिनुअल करने का आग्रह किया था। सिविल सर्जन ने 100000 रुपये बतौर रिश्वत रिन्यूअल के नाम पर मांगी।
महफूज आलम रिश्वत नहीं देना चाहता था। मायूस होकर महफूज आलम ने पूरे साक्ष्य के साथ एसीबी के शरण में गया। एसीबी ने पटकथा तैयार की है। उसी के तहत आज 70000 लेकर महफूज सिविल सर्जन के निजी आवास पहुंचा और उसे रुपये देकर रिनुअल करने का आग्रह किया। इसी बीच दुमका से आए एसीबी की टीम ने अचानक धाबा बोल दिया और रिश्वत की रकम के साथ सिविल सर्जन को गिरफ्तार कर दुमका ले गई। अब इस मामले में एसीबी की टीम आगे जांच कर रही है।
COPYRIGHT 2024
Powered By Blink CMS