थानेदार की फांसी पर लटकी मिली थी लाश, साल भर बाद भी नहीं मिली आत्मा को शांति, भटक रही है पत्नी
पलामू। मौत के साल भर बाद भी थानेदार के परिजन दर-दर भटकने को मजबूर हैं। झारखंड के साहेबगंज की रहने वाली दिवंगत थानेदार की पत्नी पूजा कुमारी पेंशन शुरू कराने और अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। दरअसल दिवंगत थानेदार लालजी यादव की पत्नी पूजा कुमारी के अनुसार, उन्होंने लिपिक के लिए पुलिस विभाग में आवेदन दिया है, लेकिन सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो सकी है।
दरअसल, लालजी यादव नावा बाजार थाना में छह जनवरी 2022 को सस्पेंड हो गए थे। लालजी यादव के भाई संजय यादव ने बताया कि अभी तक उनकी भाभी पूजा कुमारी को नौकरी नहीं मिली है। सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। पुलिस विभाग में होते हुए भी पुलिस ने मेरे भाई के साथ इंसाफ नहीं किया। इधर पलामू पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष अनीश मोहित कुजूर ने बताया कि लालजी की पत्नी को अनकंपा पर नौकरी दिलाने के लिए हम सब प्रयासरत हैं। उनकी पत्नी को एसपी से मिलने के लिए कहा गया है।
पति की मौत के एक वर्ष गुजरने के बाद भी पेंशन शुरू नहीं हो सका है। बता दें कि 11 जनवरी 2022 को थाना भवन के कमरे में फांसी के फंदे पर लटकते हुए लालजी पाए गए थे। इसे लेकर दो तरह बातें सामने आई थीं। एक मारकर फंदे पर लटका किया गया था, तो दूसरी उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। मामले की सीआइडी जांच हुई। सीआइडी ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजीपी को सौंप दी थी।