30 प्रिंसिपल के वेतन रोकने का DEO ने किया आदेश जारी, जानिए क्या है मामला
शिक्षा विभाग : बड़ी खबर आ रही है। 30 स्कूलों के प्रिंसिपल का वेतन जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने रोक दिया है। बता दें कि प्रिंसिपल द्वारा उनके स्कूलों में शिक्षकों के प्रति नियुक्ति और छात्रों के नामांकन का डाटा नहीं देने को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय ने उनपर कार्रवाई की है।
इसे लेकर पश्चिम चंपारण में जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने पत्र जारी कर दिया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि विद्यालयों के प्रधान अध्यापकों को शिक्षकों के पदस्थापन प्रतिनियोजन और नामांकन का प्रपत्र उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था। लेकिन स्कूल के प्रिंसिपल विषयांकित शिक्षकों और छात्रों के नामांकन से संबंधित प्रपत्र अपूर्ण रूप से उपलब्ध कराया गया है।
इससे स्पष्ट होता है कि इन सभी प्रधानाध्यापकों द्वारा ससमय प्रतिवेदन देने में रुचि नहीं ली जा रही है। जानबूझकर तथ्यों को छिपाने, सूचना को छिपाने की दृष्टिकोण से पूर्ण रूप से प्रतिवेदन नहीं भरा गया है। जो कार्य के प्रति अनुशासनहीनता, घोर लापरवाही, अकर्मण्यता और विभागीय आदेश के उल्लंघन को प्रमाणित करता है। उन्होंने प्रधानाध्यापकों के वेतन को स्थगित करने का आदेश दिया है।
इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का रुका वेतन
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तघवानंदपुर लखनी बाजार बैरिया, तमकुहवा मधुबनी, बसंतपुर लोरिया, तुरकौलिया गौनाहा, बनकट पुरैना चनपटिया चानकीगढ़ नरकटियागंज, झखरा नौतन, ढोल बाजवा बगहा टू, बैजुआ बैरिया, हथिया योगापट्टी, बांसगांव बगहा 2 महनाकुली चनपटिया, मोहद्दीपुर मझौलिया, गोबरौरा लोरिया, पिपरा पकड़ी, सिंगाछपर बेतिया के स्कूल हैं।