रक्षाबंधन पर 90 साल बाद पड़ेंगे 4 शुभ संयोग, भद्रा में नहीं बांधें राखी, जानें शुभ मुहूर्त
सनातन धर्म मे रक्षाबंधन का विशेष महत्व है. यह भाई बहन के प्यार के अटूट बंधन का त्योहार है. इसमें बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षा का वचन मांगती है. इस बार यह त्योहार और भी खास होने वाला है. इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं.
4 शुभ संयोग
90 वर्ष के बाद रक्षा बंधन में इस बार चार शुभ योग बन रहे हैं. राखी बांधना काफी शुभ माना जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. ये अपने आप में खास है. इसलिए यह दिन काफी शुभ माना जा रहा है.
भद्रा काल में राखी नहीं
बहन अपने भाई की कलाई पर जो राखी बांधती है वो सिर्फ राखी ही नहीं है रक्षा सूत्र है. ये भाई को हरेक बला से बचाती है. इसलिए भद्रा काल में ये सूत्र बांधना अशुभ माना गया है. इसलिए 1 बजे के बाद अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधे. इसमें सर्वार्थ और रवि योग बन रहा है. इस बार 19 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा. 18 अगस्त को रात्रि में भद्राकाल प्रवेश कर रहा है. 19 को 1 बजे के बाद से रात्रि के 8 बजे तक राखी बांध सकते हैं. कच्ची राखी जरूर बांधे. ये शुद्ध होती है.