..क्या JMLTA का अस्तित्व समाप्त?? AIMLTA के सेमिनार का प्रचार प्रसार करने से उठे सवाल...
राँची क्या झारखंड में JMLTA (झारखंड मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन) का वजूद खत्म हो गया? ये सवाल राज्य भर के लेबोरेटरी टेक्नीशियन का है। क्योंकि वर्ष 2007 में AIMLTA (ऑल इंडिया मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलोजिस्ट एसोसिएशन) से अलग हटकर JMLTA का गठन किया था। वो भी तब जब AIMLTA के कार्य प्रणाली से लेबोरेटरी टेक्नीशियन का वर्ग खासे नाराज थे। JMLTA के गठन के वक्त भी काफी सारे टेक्नीशियन AIMLTA का हिस्सा थे,परंतु JMLTA के गठन के बाद उनलोगो ने अपने आप को JMLTA का हिस्सा बनाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार AIMLTA का तीन दिवसीय सेमिनार होने को है, जिसका प्रचार प्रसार करने में JMLTA के पदाधिकारी कर रहे हैं। ऐसे में राज्य भर के टेकनिशियन के बीच ये सवाल उठना लाजिमी है की क्या JMLTA का वजूद समाप्त हो गया? ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि कर्मचारियों के बीच कोई खास उपलब्धि अब तक नही संगठन के तरफ़ से नहीं मिल पाई है।
क्या रही है अबतक की भूमिका
टेक्नीशियन वर्ग की माने तो कोई खास उपलब्धि JMLTA और AIMLTA की तरफ से नहीं मिल पाई है, जिससे सदस्यों को संगठन बने रहने का उद्देश्य मिल सके। हां मीडिया में वर्षगांठ मनाने के नाम पर जरूर चर्चा में रहते हैं। JMLTA गठन के समय पारित प्रस्ताव 15 वर्ष बाद फिर से AIMLTA में बदलना कर्मियों के बीच सवालों के घेरे में हैं।
कर्मियों के बीच अनसुलझे सवाल
टेक्नीशियन इस बात को नहीं पचा पा रहे हैं JMLTA...AIMLTA में परिवर्तित कैसे हो गया? आखिर ये सेमिनार का प्रचार प्रसार रातों-रात JMLTA के पदाधिकारी एमेरिट क्यों करने लगे? जबकि टेक्नीशियन वर्ग की मानें तो गठन का उद्देश्य लैब टेक्नीशियन को अपने हस्ताक्षर की प्रमाणिकता दिलाना था ताकि वह अपने प्रशिक्षण के बल पर छोटे स्तर पर ही सही अपना लैब खोल सके। परंतु टेकनिशियन का आरोप है की इस मुद्दे पर संगठन स्तर से कभी सरकार को घेरने की कोशिश नहीं की गई।