23 जिलों में फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने वाले बर्खास्त.. कारवाई और पैसे वसूली के लिए विभाग ने डीजीपी को लिखा पत्र
पटना फर्जी सर्टिफिकेट पाने वाले नौकरी पाने वाले की अब खैर नहीं है।फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी वाले आने वाले को अमीन और कानूनगो गिरफ्तार किये जायेंगे। साथ ही सरकारी पैसे की वसूली भी की जाएगी। भू अभिलेख के निदेशक जय सिंह ने मंगलवार को बर्खास्त के बाद कार्रवाई और राशि वसूली के लिए बिहार पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखा है।
फर्जी सर्टिफिकेट वालों की इन जिलों में गिरफ्तारी और होगी वसूली
पत्र में लिखा गया है कि अररिया,मुंगेर, बांका, कटिहार, जमुई, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, अरवल, सीतामढ़ी, खगड़िया, पूर्णिया, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, जहानाबाद, शेखपुरा, सुपौल, शिवहर, लखीसराय, नालंदा, मधेपुरा, सहरसा और सिवान में मुकदमे दर्ज हैं। इन जिलों के एसएसपी और एसपी को बर्खास्त कर्मियों की गिरफ्तारी और वसूली करने का आदेश दिया जाए।
प्रमाण पत्रों की जांच में फर्जी सर्टिफिकेट का मामला आया सामने
बिहार में विशेष भूमि सर्वेक्षण और बंदोबस्त कार्यक्रम किए बड़ी संख्या में संविदा पर अमीन,कानूनगो और अन्य कर्मचारी की नियुक्ति वर्ष 2020 और 2021 में की गई थी। राजस्व भूमि सुधार विभाग की तरफ से जब कर्मियों के प्रमाणपत्रों की जांच की गई तो फर्जी सर्टिफिकेट का मामला सामने आया। अमीन बहाली में कई अभ्यर्थी ने ऐसे संस्थानों से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिए हैं जहां पर इसकी पढ़ाई तक नहीं होती है। जांच के बाद फर्जी सर्टिफिकेट में नौकरी पाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया गया है।
9746 पद पर राजस्व विभाग में होनी है बहाली
मालूम हो कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने राज्य में जमीन के दूसरे चरण का सर्वे करने के लिए विशेष सर्वेक्षण कानूनगो, अमीन और सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों के 9746 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए विभागीय वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन 16 नवंबर तक मांगे गए हैं। इसके तहत विशेष सर्वेक्षण अमीन के 8244 पदों पर बहाली होनी है। 2 साल के लिए संविदा पर होने वाले नियुक्ति की खास बात यह है कि रिक्तियों के मुकाबले तीन गुना लोगों को बुलाया जाएगा। मतलब साफ है पिछली गलती से विभाग सबक ले चुका है।