जनमाष्टमी की रात कर लें ये काम, कभी नहीं होगी घर में धन की कमी, होगी हमेशा बरक्कत
रांची। जनमाष्टमी की धूम दिखने लगी है। श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था जिसे कृष्ण जन्माष्टमी कहते हैं। इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 7 सितंबर को मनाई जाएगी। मान्यता है कि कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपल की प्रिय चीजें घर लाने से तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं. घर में सुख-समृद्धि आती है और धन की कभी कमी नहीं होती है।
बांसुरी
बांसुरी के बिना कृष्णा की कल्पना नहीं की जा सकती. जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जी को लकड़ी या चांदी की बांसुरी अर्पित करें. मान्यता है पूजा के बाद यही बंसी तिजोरी, या धन स्थान पर रखने से कभी दरिद्रता नहीं आती.
मोरपंख
कष्ण की सबसे प्रिय वस्तु है मोरपंख. कहते हैं जन्माष्टमी पर मोरपंख खरीदकर घर लाने से बुरी शक्तियां आसपास भी नहीं भटकती. मोरपंख से गृहक्लेश नहीं होता. मान्यता है घर में मोरपंख के होने से कालसर्प दोष दूर होता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्रीकृष्ण ने भी कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए मोरपंख मुकुट में धारण किया था.
गाय-बछड़ा
भगवान कृष्ण को गौ माता से ख़ास लगाव. धर्म ग्रंथों के अनुसार श्री कृष्ण के कारण ही गाय को माता की संज्ञा दी गई. जन्माष्टमी पर गाय और बछड़े की छोटी-सी प्रतिमा खरीदकर मंदिर में रखें. मान्यता है इससे संतान का सुख मिलता है.
शंख
श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार है. कहते हैं शंख में मां लक्ष्मी का वास होता है. जन्माष्टमी पर शंख घर में जरूर लाएं. इससे लड्डू गोपाल का अभिषेक करना बहुत उत्तम होता है. इसकी ध्वनि से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.
वैजयंती माला
श्रीकृष्ण वैजयंती माला धारण किए हुए हैं. जन्माष्टमी पर घर लाने से मां लक्ष्मी का वास होता है. इसे धारण करने पर कान्हा की कृपा से आर्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलते हैं.