DSP प्रमोद मिश्रा का ED पूछताछ से बचतेे रहना, कहीं मुश्किलें ना बढ़ा दे… सोमवार को भी नहीं हुए हाजिर …
साहिबगंज। ईडी के सामने हाजिर नहीं होने वाले डीएसपी प्रमोशन प्रमोशन मिश्रा की मुश्किलें बढ़ सकता है। ईडी के समन के बावजूद वो पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो रहे हैं। झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने भी डीएसपी को निर्देश दिया था कि ईडी के समन पर 12 दिसंबर को दिन के 11 बजे उपस्थित हों, लेकिन ईडी के समन और पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बावजूद प्रमोद मिश्रा सोमवार को एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हुए। यही नहीं डीएसपी प्रमोद मिश्रा (DSP Pramod Mishra) ने अपनी उपस्थिति को लेकर ईडी के साथ कोई पत्राचार भी नहीं किया है। 24 घंटे के अंदर क्लीनचिट देने वाले डीएसपी प्रमोद मिश्रा को सोमवार को ईडी के सवालों का जवाब देना था कि आखिर उन्होंने कैसे मात्र 24 घंटे में दोनो को क्लीन चिट दी।
ईडी को अंदेशा है कि प्रमोद मिश्रा भी अवैध खनन से जुड़े मामलों में संलिप्त रहे हों. साथ ही ईडी के द्वारा न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान फोन पर बातचीत व रिम्स जाकर पंकज मिश्रा से मुलाकात करने का संदेह भी प्रमोद मिश्रा पर है। लेकिन मामले में डीएसपी जिस तरह पूछताछ से बचते फिर रहे हैं, ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और राज्य सरकार के मंत्री आलमगीर आलम को एफआइ्रआर दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर ही साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दी थी।
बरहरवा टोल प्लाजा टेंडर केस में अनुसंधानकर्ता सरफुद्दीन खान ने कहा था कि वरीय अधिकारियों के कहने पर केस में पंकज मिश्रा और मंत्री आलमगीर आलम को अगले ही दिन क्लीनचिट दे दी गई थी। सरफुद्दीन खान ने ईडी के सामने यह स्वीकार किया था कि डीएसपी प्रमोद मिश्रा के कहने पर ही क्लीन चिट की कार्रवाई की गई थी।