सीजीएल छात्रों के प्रदर्शन को लेकर आयोग कार्यालय बना छावनी, कार्यालय के 100 मीटर दूरी से प्रवेश बंद, लगाये गये बड़े-बड़े बैरिकेट

Commission office turned into a cantonment due to the protest of CGL students, entry was closed within 100 meters of the office, large barricades were installed

रांची। संयुक्त स्नातक परीक्षा (सीजीएल) 2023 को लेकर छात्रों का आक्रोश चरम पर है। आज राजधानी रांची में बड़ा प्रदर्शन होने जा रहा है। संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा 2023 का रिजल्ट रद्द करने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में छात्र और अभ्यर्थी रांची में जेएसएससी कार्यालय नामकुम के बाहर धरना प्रदर्शन करने वाले हैं। इधर प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने भी तगड़े इंतजाम किये हैं।

कई स्थानों पर छात्रों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की गई है। झारखंड पुलिस के खुफिया विभाग ने इसे लेकर सभी जिलों के एसपी को अलर्ट करते हुए पत्र भी भेजा है। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए जेएसएससी आफिस के सामने और उसके आस की सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है। सभी जगहों पर लोहे से दो लेयर की बैरिकेडिंग की गई है।

ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि कार्यालय के 100 दूरी पर बने घेरे पर ही सभी को रोका जाएगा। प्रदर्शनकारी छात्र कार्यालय तक ना पहुंचकर हंगामा न करें इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उपद्रव करने वालों को कैंप जेल में रखा जाएगा। कैंप जेल के लिए बरगावां स्थित आर के आनंद लॉन बॉल स्टेडियम, सरकारी स्कूल सहित अन्य जगहों को चिन्हित किया गया है।

छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए आयोग कार्यालय के सामने एवं आयोग कार्यालय की ओर आने वाले सभी सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है। सभी जगहों पर लोहे से दो लेयर बैरिकेडिंग की गई है। ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि कार्यालय के 100 दूरी पर बनें घेरे से ही सभी को रोका जाएगा।

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आयोग द्वारा चयनित 2231 अभ्यर्थियों का आगामी 16 दिसंबर से सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन होना है, लेकिन जिस तरह से एक बार फिर विवाद बढ़ा है उससे साफ लग रहा है कि यह फिलहाल शांत होनेवाला नहीं है। जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे छात्रों जेएसएससी कार्यालय का घेराव की घोषणा करके आयोग और जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है।

इन सबके बीच झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने शनिवार 14 दिसंबर को सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे अफवाह पर नाराजगी जताई। आयोग का कहना है कि प्रमाण पत्रों की जांच हेतु चयनित 2231 उम्मीदवार में से 2145 अभ्यर्थी झारखंड के निवासी हैं यानी 96 फीसदी अभ्यर्थी झारखंड के चयनित हुए हैं।

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