दुष्कर्म पीड़िता से 50 हजार घूस लेते महिला दारोगा को ACB ने किया गिरफ्तार, 8 साल पहले हो चुकी थी बर्खास्त

dushkarm peedita se 50 hajaar ghoos lete mahila daaroga ko achb ne kiya giraphtaar, 8 saal pahale ho chukee thee barkhaast

क्राइम न्यूज। थाने में तैनात महिला दारोगा ने एफआर लगाने के लिए रेप पीड़िता से 2 लाख रुपये मांगे। पीड़िता पहले ही 1 लाख रुपए दबाव और डर से दे चुकी है, बाकी पैसे की लेकर दबाव बनाया जा रहा था। इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम बरेली से की। शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर महिला दारोगा को गिरफ्तार कर लिया।

कैसे बिछाया जाल

बरेली की एंटी करप्शन टीम ने थाना इस्लामनगर की अपराध निरीक्षक सिमरजीत कौर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। अपराध निरीक्षक रंगदारी, धमकाने और आइटी एक्ट की आरोपी और दुष्कर्म पीड़िता से उसके मुकदमा में एफआर लगाने के बदले उससे दो लाख रुपये की मांग की थी।पीड़िता ने एक लाख रुपये दे दिए थे लेकिन अपराध निरीक्षक और एक लाख रुपये की मांगकर पीड़िता पर दबाव बना रही थी। जिससे परेशान महिला ने बरेली की एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। मंगलवार दोपहर टीम पहुंची और अपराध निरीक्षक को मौके से पकड़ा।

क्या था मामला

थाना उघैती क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला ने 10 अप्रैल 2024 को थाना इस्लामनगर क्षेत्र निवासी रवेंद्र शर्मा पर दुष्कर्म और 40 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। पुलिस ने रवेंद्र शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। जिसके बाद आरोपी रवेंद्र शर्मा की पत्नी ने रिपोर्ट दर्ज कराने वाली महिला के खिलाफ पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने और आइटी एक्ट के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

निठारी कांड में हो चुकी थी बर्खास्त

पीड़िता ने थाना बिनावर ले जाकर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की गई है। अपराध निरीक्षक के सब इंस्पेक्टर रहने के दौरान देश के चर्चित निठारी कांड में शिथिल विवेचना के चलते बर्खास्त हो चुकी हैं। एक साल के बाद उसकी सेवानिवृत्त होनी थी।इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर नोएडा के निठारी कांड में बर्खास्त हुई थी। करीब 8 साल बाद वह कोर्ट के आदेश पर बहाल हुई थी। कुछ दिन बरेली फिर चुनाव से पहले बदायूं भेज दिया गया था। वह तभी से इस्लामनगर थाने में अपराध निरीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहीं थी।

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