पुलिस - नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, दोनो तरफ़ से कई राउंड चली गोलियां, कई घायल
चतरा : सुरक्षाबलों द्वारा लगातार नक्सलियों और उग्रवादियों पर कारवाई की जाती रही है. इस दौरान लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. इस क्रम में सोमवार को चतरा में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई है. चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के अनगड़ा जंगल में ये मुठभेड़ हुई है. ये मुठभेड झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ और जगुआर की संयुक्त टीम के साथ टीपीसी के आक्रमण और शशिकांत के दस्ते के बीच हुई है.
चतरा के जंगल में हुए इस मुठभेड़ में पुलिस को हथियारों का जखीरा व नक्सली साहित्य बरामद हुए हैं. इस मुठभेड़ में कई उग्रवादियों के घायल होने की सूचना है. कई उग्रवादियों को गोली लगने की भी खबर आ रही है. हालांकि पुलिस के तरफ से मुठभेड़ के बाद से जंगल की घेराबंदी कर दी गई है. इस दौरान पुलिस लगातार सर्च अभियान चला रही है. हालांकि उग्रवादी जंगल का फायदा उठाकर भाग निकलने में कामयाब हो गए.
एसपी राकेश रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि 15 लाख के इनामी प्रतिबंधित तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी रीजनल कमांडर आक्रमण गंझू और 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर शशिकांत उर्फ आरिफ का हथियारबंद दस्ता इलाके में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से चतरा-पलामू बॉर्डर पर भ्रमणशील है. इसके बाद चतरा पुलिस, सीआरपीएफ 190 बटालियन और झारखंड जगुआर के अधिकारियों और जवानों की संयुक्त टीम बनाकर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था.
अभियान के दौरान ही अनगड़ा- केदल के बीच भैंसमारा जंगल में सुरक्षा बलों को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. इसके बाद कार्रवाई करते हुए जवानों ने भी तत्परता से मोर्चा संभाला और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया. एसपी ने बताया कि खुद पर पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का लाभ उठाकर मौके से भाग निकले।