13 महीने का वेतन और TA/DA का अलग से आवंटन प्रक्रिया समान रूप से कर्मियों पर लागू करे सरकार, AJPMA ने सौंपा पत्र

Ranchi: 13 महीने वेतन की मांग को लेकर स्वास्थ्य विभाग में कार्य कर रहे चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों ने अपनी मांग तेज कर दी है। IMA के साथ हुई वार्ता के बाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का संगठन ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन (AJPMA) ने इस संबंध में एक मांग पत्र विभागीय मंत्री बन्ना गुप्ता और विभागीय प्रधान सचिव को सौंपा है।

मालूम हो की काफी दिनों से संगठन ये मांग कर रहे थे की पुलिस विभाग की तरह ही चिकित्सा विभाग को आकस्मिक विभाग माना जाय। इसके पीछे ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन (AJPMA ) ने कहा की जब सारे विभागों में अवकाश रहती है तो स्वास्थ्य विभाग में अस्पताल में चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मी 24× 7 ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। किसी भी धर्म विशेष के त्योहार, राजपत्रित अवकाश, राष्ट्रीय अवकाश, रविवारीय अवकाश एवम अन्य घोषित अवकाश के वावजूद पारा मेडिकल कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी जाती है और ड्यूटी पर लगाया जाता है।

क्या है तर्क

इन ड्यूटी के पीछे विभागीय पदाधिकारी का भी ये तर्क है की किसी भी तरह के जान माल के नुकसान से बचने और आपातकालीन सेवा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सक और कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी जाती है और 24× 7 सेवा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग कटिबद्ध है।

क्या है मामला

विदित हो की 13 महीने के वेतन और अन्य मांग पर आईएमए का एक प्रतिनिधिमंडल हाल के दिनों में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिला था। साथ ही प्रधान सचिव की मौजूदगी में बन्ना गुप्ता ने इस पर सकारात्मक पहल उठाने का निर्देश विभाग को दिया था।

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AJPMA ने सौंपा पत्र

ऑल झारखंड पारा मेडिकल एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय प्रधान सचिव का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शुक्रवार को मांग पत्र सौंपा है। एसोसिएशन ने पत्र में कहा है कि चिकित्सक की मांग पत्र को समान रूप से चिकित्सा कर्मियों पर भी लागू किया जाए।

प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा

AJPMA के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार सिंह ने कहा है की स्वास्थ्य सेवा में चिकित्सा कर्मियों के बिना स्वास्थ्य सेवा की कल्पना नहीं की जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी समान रूप से कार्य पर लगे रहते है। इसलिए 13 महीने की वेतन सहित अन्य मांग को समान रूप से चिकित्सा कर्मियों पर भी लागू किया जाए।

AJPMA के महासचिव ने कहा

एसोसिएशन के महासचिव उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा की हमलोगों ने विभागीय मंत्री और प्रधान सचिव को पत्र देकर 13 माह के वेतन , श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्त कर्मियों के TA/ DA का अलग से आवंटन जारी करने सहित अन्य मांग के संबंध में ध्यान आकृष्ट कराया है। ताकि समान रूप से चिकित्सा कर्मी लाभान्वित होंगे।

क्या कहते है एसोशिएशन के पदाधिकारी

प्रतिनिधि मंडल में शामिल उपाध्यक्ष चंदन ठाकुर, उपाध्यक्षा उमा काबरा, कोषाध्यक्ष संजय कुमार, राज्य संयोजक चंदन कुमार, राज्य कमिटी के सदस्य मनोज कुमार ने महिला कर्मी की सुरक्षा मुद्दे को उठाते हुए कहा की विभाग स्वास्थ्य सेवा को आकस्मिक सेवा मानते हुए जो पहल की है उसका हम स्वागत करते है।

चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी एक दूसरे के पूरक है इसलिए भविष्य में कर्मियों के हित की ध्यान में रखते हुए स्कारात्मक कदम उठाने की मांग की गई है। क्योंकि समान रूप से लाभ नहीं मिलने से असंतोष उत्पन्न होगी जिसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवा पर पड़ेगा।

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