चुनाव के लिए क्या तैयार है झारखंड? चुनाव आयोग की टीम आज करेगी डीसी-एसपी, आईजी, कमिश्नर के साथ हाईप्रोफाइल मीटिंग
रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारी का जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम रांची में है। सोमवार को पूरे दिन बैठकों का दौर चला। राजनीतिक दलों की राय ली गयी, तो वहीं निर्वाचन पदाधिकारी, जांच एजेंसियों के साथ भी बैठक की। आज भी बैठकों का दौर जारी रहेगा। निर्वाचन आयोग की टीम आज झारखंड में फिर से महत्वपूर्ण बैठकें लेगी। मंगलवार को टीम एक मीटिंग करेगी।
मीटिंग सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक होगी। इसमें आईजी, डीआईजी, प्रमंडलीय आयुक्त, डीसी, एसएसपी और एसपी शामिल होंगे। बैठक में चुनावी तैयारी के तहत सुरक्षा बलों की तैनाती, संवेदनशील बूथ और अंतिसंवेदनशील बूथो पर चर्चा होगी। वहीं सुदूर क्षेत्र में बनाये जाने वाले बूथों की शिफ्टिंग, मतदानकर्मियों की ट्रांसपोर्टिंग सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
दरअसल निर्वाचन आयोग की टीम के आने के बाद से चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है।
राजनीतिक दलों ने ये दिये हैं सुझाव
भाजपा ने भारत निर्वाचन आयोग से गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव से मुक्त करने की मांग की। आयोग के साथ रेडिसन ब्लू में बैठक हुई। इसमें भाजपा के प्रतिनिधिमंडल के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद और विधि प्रकोष्ठ के सुधीर श्रीवास्तव ने भाग लिया।
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने नाम लिए बिना कहा कि भाजपा के कुछ नेता बाहर से आकर उन्माद फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उनके चुनाव प्रचार पर आयोग रोक लगाए। कांग्रेस ने छठ पूजा तथा 15 नवंबर बिरसा जयंती के बाद एक चरण में चुनाव कराने की मांग आयोग से की।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी 15 नवंबर के बाद कम से कम चरण में विधानसभा चुनाव कराने का सुझाव दिया। पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और विधायक सुदीव्य सोनू ने चुनाव में न्यूनतम पारा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की मांग की।
आम आदमी पार्टी ने सभी उम्मीदवारों को निशुल्क मतदाता सूची उपलब्ध कराने तथा नामांकन शुल्क 10000 से घटाकर 5000 करने का सुझाव दिया। कहा कि चुनाव आयोग चुनाव में होने वाले खर्च को कम करें। अनावश्यक खर्च ना हो। चुनाव के नाम पर जो करोड़ों का घोटाला होता है। उस पर रोक लगे।