Big Breaking: प्रधानमंत्री के करीबियों पर हमला, 8 लोग जिंदा जले, 84 घायल

बड़ी खबर। सत्ता पलट का दुख क्या होता है ये सत्ता सुख भोगने वाले से ज्यादा कोन बता सकता है। देश में प्रदर्शनकारियों की आक्रमण की देखते हुए देश की प्रधानमंत्री की इस्तीफा देने पर मजबूर करने के बाद अब एना आतंक चरम पर पहुंचता जा रहा है। फिलहाल देश की प्रधानमंत्री अपना देश छोड़ कर भागने को मजबूर है और भारत में शरण ली हुई है।

करीबियों पर हमला

बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद प्रदर्शनकारियों की तालिबानी करतूत सामने आई है. यहां जेसोर में सोमवार को एक होटल में आग लगा दी गई, जिसमें कम से कम 8 लोगों की जलकर मौत हो गई और 84 लोग घायल हो गए. होटल के मालिक जेसोर जिले के अवामी लीग के महासचिव शाहीन चकलादार थे.


डिप्टी कमिश्नर अबरारुल इस्लाम ने इस घटना की पुष्टि की. मृतकों में से दो लोगों की पहचान 20 वर्षीय चयन और 19 वर्षीय सेजन हुसैन के रूप में हुई. अस्पताल के एक कर्मचारी हारुन रशीद ने बताया कि कम से कम 84 लोग वहां इलाज करा रहे थे, जिनमें से अधिकांश छात्र हैं. अब तक 300 से ज्यादा की जान जा चुकी है।

होटल में लगाई आग


शहर में विभिन्न स्थानों पर हजारों लोग प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे का जश्न मना रहे थे. जश्न के दौरान कुछ लोगों ने चित्तरमोर इलाके में जाबिर होटल में आग लगा दी और उसके फर्नीचर को तोड़ दिया. वहीं, जिला अवामी लीग कार्यालय और शरशा और बेनापोल क्षेत्रों में 3 और अवामी लीग नेताओं के घरों पर उपद्रवियो ने हमला किया.

ऐसी थी शेख हसीना

बांग्लादेश में उथल-पुथल जारी है. शेख हसीना ऐसी प्रधानमंत्री थीं जो हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय को साथ लेकर चलने में विश्वास रखतीं थीं, जो अब अपने पद से इस्तीफा दे चुकीं हैं. बांग्लादेश में लगातार चौथी बार और कुल मिलाकर पांचवीं बार प्रधानमंत्री निर्वाचित हुईं शेख हसीना को उनके समर्थक हमेशा एक आयरन लेडी के रूप में देखते रहे हैं, लेकिन अब उनके 15 साल के शासन का नाटकीय ढंग से अंत हो जाने के बाद हिंदू चिंतित हैं.

कितनी है हिंदू आबादी

हिंदू आबादी कितनी है. बांग्लादेश में हिंदुओं की संख्या 1951 में 22 प्रतिशत थी जो घटकर 2022 में 8 प्रतिशत से कम हो चुकी है. इसी दौरान मुसलमानों की संख्या 1951 के 76 प्रतिशत थी जिसमें काफी बढ़ोतरी हुई है. मुसलमानों की संख्या अब बढ़कर 91 प्रतिशत से ज्यादा हो चुकी है.

हिंदू मंदिरों को बना रहे निशाना

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में उपद्रवी भीड़ ने धानमंडी इलाके में स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र (आइजीसीसी) में तोड़फोड़ की. इसके अलावा देशभर में चार हिंदू मंदिरों को क्षतिग्रस्त करने की खबर आ रही है. हिंदू-बौद्ध-ईसाई एकता परिषद की नेता काजोल देबनाथ ने मामले को लेकर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देशभर में कम-से-कम चार हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया. इस तरह की घटना से हिंदू समुदाय के नेता चिंतित हैं. इधर, बांग्लादेश के सांसदों ने कहा है कि देश में भारतीयों के हितों की रक्षा की जायेगी.

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