ब्रेकिंग: मुख्यमंत्री ने किया इस्तीफे का ऐलान, जल्द विधानसभा चुनाव कराने की मांग, बोले, जब तक जनता नहीं बोलेगी, आप ईमानदार.....

CM Resign: मुख्यमंत्री ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि अगले दो दिनों में वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे, उनकी जगह पर पार्टी का कोई दूसरा नेता मुख्यमंत्री बनेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि दिल्ली में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं।

केजरीवाल ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि मैं सीएम पद पर नहीं बैठूंगा। मनीष सिसोदिया भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. कोई और नेता सीएम पद पर रहेगा। मैं और सिसोदिया जनता के बीच जाएंगे।

केजरीवाल ने कहा कि विधायक दल की बैठक में अगले सीएम पर फैसला होगा। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'आज से दो दिन के बाद मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।

जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल ईमानदार है, तब तक मैं कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। ' केजरीवाल ने कहा, 'कुछ लोग बोल रहे हैं, कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ कंडीशन लगाई है, पिछले 10 साल में इन्होंने कंडीशन लगाने में कोई कसर छोड़ी थी।

केंद्र सरकार ने कानून बनाकर मेरे काम बंद करने की कोशिश की. इन कंडीशन को भी देख ली है.' रविवार को पहली बार आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहुंचकर कार्यकर्ता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके साथ AAP नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और आतिशी भी मौजूद थी।


केजरीवाल ने कहा- 2 दिन के बाद सीएम की कुर्सी से इस्तीफा देने जा रहा हूं। तब तक उस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे।

जब तक जनता ना कह दे कि केजरीवाल ईमानदार है, जब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। आपको लग रहा होगा कि अभी रिहा होकर आया है और ऐसा क्यों बोल रहा है। इन्होंने आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, भारत माता के साथ धोखा किया है। मैं देश के लिए कुछ करने आया था, जब 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता को अग्नि परीक्षा देनी पड़ी थी।

आज मैं अग्नि परीक्षा दूंगा।केंद्र सरकार ने कानून पर कानून डालकर मेरी पावर छीन ली। ये कंडीशन कोई मायने नहीं रखती। मैंने अपनी जिंदगी में ईमानदारी कमाई है। फरवरी में चुनाव हैं। मैं मांग करता हूं कि चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं। आपका फैसला आने तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा।

आम आदमी पार्टी से कोई और मुख्यमंत्री बनेगा। विधायक दल की मीटिंग में अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाए। मनीष सिसोदिया के मन में भी वही पीड़ा है। उनका भी कहना है कि डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब जनता कहेगी कि मनीष सिसोदिया ईमानदार हैं। हम दोनों जनता की अदालत में जाएंगे, जनता कहेगी कि ईमानदार हैं, तभी कुर्सी पर बैठेंगे।

Aditya
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