परीक्षा...इंटरनेट और पॉलिटिक्स: परीक्षा तो खत्म हो गया, लेकिन नहीं खत्म हो रही राजनीतिक लड़ाई... अब बाबूलाल ने लगाया अदालत से धोखाधड़ी का आरोप

रांची। सीजीएल परीक्षा को लेकर इंटरनेट बंदी पर राजनीति खत्म नहीं हो रही है। भाजपा लगातार इस मामले में हमलावर है। वहीं हाईकोर्ट से मिली फटकार के बाद तो भाजपा के आरोपों में तल्खी और भी आ गयी है। हालांकि भाजपा के आरोपों का जवाब हेमंत सोरेन ने जरूर दिया है। लेकिन अब कोर्ट के निर्देश का हवाला देकर बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि चोर की चोरी फिर एक बार पकड़ी गई।

बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर लिखा है कि पिछले पांच सालों से प्रदेश के युवा, महिला, किसान, और आदिवासी परिवार को धोखे में रखने के बाद अब हेमन्त सोरेन सरकार हाईकोर्ट के साथ भी धोखाधड़ी कर रही है। शनिवार को हेमंत सरकार ने कोर्ट में कहा था कि सिर्फ मोबाइल से जुड़ी इंटरनेट और मोबाइल वाईफाई सेवाएं आंशिक रूप से बंद की गई हैं, लेकिन इसके बाद भी रविवार को ब्रॉडबैंड समेत अन्य इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया।

अदालत के साथ फ्रॉड (धोखाधड़ी) करने वाली हेमंत सरकार इसके बाद भी अपनी गलती को स्वीकार नहीं कर रही है, बल्कि खुफिया सूचना का हवाला देकर फिर से कोर्ट और प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है। जबकि दायर शपथ पत्र में खुफिया इनपुट का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया था, ऐसे में हेमंत सरकार, कांग्रेस के साथ मिलकर एक बार फिर से जनता के मौलिक अधिकारों का हनन करके लोकतंत्र का काला अध्याय- इमरजेंसी (इंटरनेट बंदी) लगाकर लिख रही है।

क्या कहा था हेमंत सोरेन ने

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर कहा था कि सारे युवा अभ्यर्थियों समेत जिला प्रशासन से जुड़े हर एक साथी को धन्यवाद एवं जोहार। साथ ही मैं हर राज्यवासी का धन्यवाद करना चाहूँगा और साथ ही माफी भी माँगूँगा की कदाचार रोकने के अपने क़वायद में आपको कुछ क्षणों की तकलीफ़ हुई होगी।


पर आप सबने जिस जोश से हमारा साथ दिया - उसके लिए आप सबको साधुवाद, धन्यवाद और जोहार। पिछले 2 दिनों में हमने एक टीम “टीम झारखंड” बन एक बड़ी मुश्किल पार किया है, और मुझे पूरा भरोसा है की हम सब सदैव कर्तव्यनिष्ठ हो कर आगामी सभी बाधाओं को साथ पार करेंगे।

वहीं झामुमो ने भी कहा है कि भाजपाइयों के सीने में सांप लोट रहे होंगे कि यह कैसे हो गया? भाजपा ने पूरा जोर लगाया था कि परीक्षा न हो पाए, लेकिन हेमन्त है तो हिम्मत है! जो JSSC-CGL परीक्षा डबल इंजन भाजपा सरकार भी नहीं करा पायी, जहां इनके दिल्ली में बैठे लठैत भी हार गए, वहां जीत झारखंडी युवाओं की हुई।

Aditya
Aditya  
Related Articles
Next Story