झारखंड लौटे 27 मजदूरों की चमकेगी किस्मत, मुख्यमंत्री ने दिया विभाग को निर्देश, इन्हें बनाया नोडल अफसर

रांची। दक्षिण अफ्रीका से वापस लौटे मजदूरों को सरकार श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ दिलायेगी। सरकार की मंशा है कि झारखंड से मजदूर अब काम के लिए दूसरी जगहों पर पलायन नहीं करेंगे। कैमरून में बंधक बने 27 मजदूर हाल ही में झारखंड वापस लौटे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उसी वक्त आश्वस्त किया था कि सरकार उनकी परेशानियों को दूर करेगी। खुद कैमरुन से वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री ने पहल की थी और तब तक मानिटरिंग की थी, जब तक की वो सभी वापस कैमरुन से झारखंड लौट नहीं गये।

अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर कैमरून, दक्षिण अफ्रिका से लौटे 27 प्रवासी कामगारों को सरकारी योजनाओं से आच्छादित किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संदर्भ में निर्देश दिया हैं। योजनाओं से आच्छादित करवाने हेतु राजेश प्रसाद, संयुक्त श्रमायुक्त को नोडल पदाधिकारी नामित करने की अनुशंसा की है।

मजदूर जिस दिन वापस लौटे थे, उसी दिन मुख्यमंत्री ने सभी से वीडियो कॉल पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखण्ड के अपने 27 लोगों की परेशानियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके पश्चात झारखण्ड सरकार द्वारा पहल कर उन्हें लगभग कुल 30 लाख की बकाया राशि का भुगतान कराया गया और राज्य वापस लाया गया। गिरिडीह में साथी मंत्रियों और गिरिडीह तथा गांडेय विधायक एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रत्येक श्रमिक भाइयों को 25-25 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गयी।

साथ ही सभी श्रमिक भाइयों से राज्य सरकार के संपर्क में सदैव रहने हेतु भी अपनी बात रखी। आपकी यह झारखण्ड सरकार, आपका यह भाई और बेटा सभी वर्गों की सहायता के लिए हमेशा संवेदनशीलता के साथ खड़ा है। आप सभी खुशहाल रहें, यही कामना करता हूँ। मुख्यमंत्री ने अफ्रीका से इन मजदूरों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था। मुख्यमंत्री की पहले से ही इन मजदूरों की सकुशल वापसी हो पायी थी।

HPBL
HPBL  
Related Articles
Next Story